आखिर कैसे निकलें घरों से बाहर ?

duliya bass sujangarh

एक महीने बाद भी नगरपरिषद ने नहीं ली नाले की सुध

दुलियां बास स्थित दुलियां स्कूल की गली में एक माह पहले खोदे गये नाले की नगरपरिषद द्वारा सुध नहीं लेने के कारण गली के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के नीचे से आगे दुलियां ताल में बने पम्प हाऊस तक गंदे पानी की निकासी के लिए सड़क के नीचे से बने नाले में जाम आने के कारण ईद से दो दिन पहले तोड़े गये नाले को एक महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक नगरपरिषद द्वारा ठीक नहीं किया गया है। नाले की खुदाई के बाद अपने कामकाज के लिए लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। नाले की खुदाई के कारण गली में रहने वालों के साथ ही दुलियां स्कूल में पढऩे के लिए आने वाले छोटे-छोटे बच्चों को करीब चार-पांच फुट चौड़े एवं गहरे नाले को किसी तरह पार कर स्कूल जाना पड़ रहा है।

लेकिन परिषद प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। एक महीना से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभी तक ना तो नाले की सफाई हुई है और ना ही इसको वापस बंद करने को लेकर नगरपरिषद प्रशासन कहीं गम्भीर नजर आ रहा है। चार-पांच फुट चौड़े एवं गहरे नाले में आधा दर्जन से अधिक मोटरसाइकिल सवार एवं बच्चे तथा अन्य लोग गिरकर चोटिल हो चूके हैं। लेकिन प्रशासन है कि इस ओर से अपनी नजरे बंद कर कुम्भकर्णी नींद सोये हुए है। नगरपरिषद की इस बेरूखी का खामियाजा इस गली के लोगों के साथ ही नन्हे मुन्ने बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में नाले में पानी की आवक ज्यादा होने नाले के पास के मकानों की बाहरी दीवारों के नीचे से मिट्टी ने खिसकना शुरू कर दिया है तथा मकानों की बाहरी दिवारों के गिरने का खतरा बना हुआ है। इसके साथ खुले गंदे पानी के नाले से उठने वाली बदबू से लोगों का खाना-पीना सब दुश्वार हो चूका है।

खुले नाले के कारण पनपने वाले मच्छरों से मलेरिया, डेंगू सहित मच्छर जनित बिमारियों के बढऩे की आशंका लगातार बढ़ रही है। एक महीने पहले जाम निकालने के नाम पर खोले गये नाले से क्या नगरपरिषद प्रशासन पूरी गली के मकानों को बिमारियों का घर बनाने पर तुला हुआ है? क्या नगरपरिषद प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी दुर्घटना के बाद अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागेगा और इस नाले की सफाई करवाकर इसे बंद करेगा? इसी तरह के अनेक प्रश्न गली सहित मौहल्ले के लोगों की चर्चाओं में आम है।

 

मृत आश्रितों के भरोसे नगरपरिषद
सुजानगढ़ नगरपरिषद वर्तमान में मृत आश्रितों के भरोसे चल रही है। नगरपरिषद में आयुक्त से लेकर एईएन, जेईन सहित अधिकारी स्तरीय सभी पद रिक्त हैं तथा जो भी कर्मचारी कार्यरत हैं उनमें से ज्यादातर मृत कर्मचारियों के आश्रित एवं अनुभवहीन हैं। विधायक की उदासीनता एवं सरकार के विपक्ष की नगरपरिषद होने से जनता त्राही-त्राही कर रही है। अधिकारियों के रिक्त पदों एवं अनुभवहीन कर्मचारियों के चलते सुजानगढ़ की जनता विकास और अच्छे दिनों का स्वाद चख रही है। विधायक एक तरफ तो मुख्यमंत्री से विकास पुस्तिका का विमोचन करवा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शहर की शासन व्यवस्था सम्भालने वाली नगरपरिषद बिना अधिकारियों के पंगु हो रही है।

शहर की दुर्दशा से बेखबर विधायक खेमाराम मेघवाल पार्टी पदाधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाने और स्वागतों में मस्त हो रहे हैं। परिषद में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भारी कमी के कारण शहर के आस-पास के खेतों में आवारा सुअर एवं पशु किसानों की बेशकीमती फसलों को चौपट कर रहे हैं। राज्य में भाजपा की सरकार का विधायक होने तथा विपक्षी कांग्रेस की नगरपरिषद होने का खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। पथिक सेना संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल ने इस बारे में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।

ये पद हैं रिक्त
आयुक्त एक, सहायक अभियन्ता दो, कनिष्ठ अभियन्ता एक, सफाई निरीक्षक एक, कार्यालय सहायक एक, राजस्व अधिकारी एक, राजस्व निरीक्षक एक, वरिष्ठ लिपिक एक, कनिष्ठ लिपिक तीन, चर्तुथ श्रेणी दो, सहित दमकल, इलेक्ट्रिशियन, विधि सलाहकार, आपदा कुशलकर्मी आदि पद रिक्त पड़े हैं। रिक्त पदों के कारण शहर का विकास एवं अन्य जन सामान्य से जुडे कार्य लगभग पूर्णत: बंद पड़े हैं।

इनका कहना है
मैं और उपसभापति बाबूलाल कुलदीप जयपुर जाकर स्वायत शासन विभाग के निदेशक से मिल कर आये हैं, उनके परिषद में आयुक्त सहित अन्य पदों पर नियुक्तियां करने का निवेदन किया है। निदेशक महोद्य को बताया गया कि सुजानगढ़ की सवा लाख से अधिक की आबादी है तथा परिषद में एक जेईएन का पद स्वीकृत है, जबकि आवश्यकता तीन की है तथा सफाई निरीक्षक के दो पद स्वीकृत हैं जबकि आवश्यकता पांच की है।

इसी प्रकार अन्य पदों के बारे में भी उन्हे बताया गया। परिषद में रतनगढ़ जेईएन को लगाया गया है, उनके ज्वाईन करते ही नाले का एस्टीमेट बनवाकर टैण्डर निकलवाकर इसे ठीक करवाया जायेगा। परिषद में अधिकारी नहीं होने के कारण नाले की सफाई व मरम्मत सहित शहर के विकास कार्य रूके हुए हैं।

सिकन्दर अली खिलजी सभापति नगरपरिषद सुजानगढ़

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here