गत एक पखवाडे पूर्व भोजलाई चोराहे के पास एक सुखी कुईं में साधु गोपालदास उर्फ बाबुलाल ब्राह्मण की हुई हत्या का पर्दाफास करते हुए मृतक का चैला गणेशदास सुजानगढ के रामपुर से गिरफ्तार किया है । गिरफ्तार आरोपी पंजाब का रहने वाला है मृतक गोपालदास ने दो माह पूर्व चैले के रूप में गणेशदास को पंजाब से यहां लेकर आया था । उप पुलिस अधीक्षक हनुमानसिंह कविया ने गुरूवार को पत्रकारो को प्रेस कॉफ्रेंस में बताया कि सुजानगढ कस्बे के भोजलाई चोराहे के आगे सुने नोहरे की कुई में 11 जून को एक अज्ञात साधु की लाश मिली जिसके सिर व चेहरे पर चोटे आई थी । पुलिस ने मृतक की शिनाख्तगी बाबुलाल उर्फ गोपालदास पुत्र शंकरलाल जाति ब्राह्मण निवासी भोजासर बडा तहसील लक्ष्मणगढ जिला सीकर हाल आश्रम जोडकिया तलाई भोजलाई के रूप में हुई । पुलिस ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई की मृतक बाबुलाल उफ गोपालदास आज से 10 12 वर्ष पूर्व सन्यास ले लिया था व पहले भानिसरिया गॉवमें तथा बाद में पिछले एक वर्ष से जोडकिया तलाई भोजलाई में रहने लगा ।
पुलिस ने बताया कि करीब दो माह पूर्व मृतक गोपालदास पंजाब गया था । पंजाब में मृतक गोपालदास की मुलाकात भटिण्डा में गणेशदास साधु हुई वहां से अपने साथ मृतक गोपालदास ने गणेशदास को चैला बना कर यहां लेकर आगया । गणेशदास गांजे एवं शराब पीने का आदि था शराब गांजे के नशे में मृतक गोपालदास से मारपीट करता था । जिससे मृतक गणेशदास सेभयभीत रहने लगा व मृतक गोपालदास ने आस पास के गांव की ढाणियो में लोगो को बताया के मेरा चैला गणेशदास गलत आ गया वह किसी दिन मुझे जान से मारेगा और घटना के 5-7 रोज पहले गोपालदास ने गणेशदास के भय से आश्रम छोड दिया व निकटवर्ती ढाणी में रहने लगा । पुलिस के अनुसार मृतक साधु गोपालदास 7 जुलाई को सुजानगढ के खटिको के मोहल्लाा में अपने परिचित केयहां रूका व 9 जून को साधु का चैला गणेशदास अपने गुरू की तलाश मे सुजानगढ़ आ गया और गुरू चैला की मुलाकात सुजानगढ रेल्व स्टेशन हुई । दोनो ने एक साथ शराब व गांजे का सेवन किया और भोजलाई चाराहे के पास सुने नोहरे में आ गए और वहां पर दोनो के बीच तकरार हुई दोनो झगडने लगे तब गोपालदास को गणेशदास ने मुगदर मोटँी लकडी की चोटे मारी जिससे मृतक साधु गोपालदास के सिर व चेहरे पर चोटे मारी जिससे गोपालदास की मृत्यु होगई । गुरू की लाश को गणेशदास ने नोहरे में बनी सुनी कुई में डाल कर वहां से फरार होगया ।
थानाधिकारी भगवतीसिंह ने बताया कि मृतक गोपालदास के भाई सुभाष शर्मा ने सुजानगढ थाने में गणेशदास के विरूद्ध हत्या का अभियोग दर्ज करवाया गया । गणेशदास का नाम पता मालूम नही होने के कारण पुलिस को काफी मशक्कत करनी पडी और जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बाहरठ के निर्देशानुसार उप पुलिस अधीक्षक हनुमानसिंह कविया सुजानगढ थानाधिकारी भगवतीसिंह मय जाप्ता के एक टीम गठित की गई । थानाधिकारी ने रेल्वे स्टेशन और आस पास गणेशदास को देखा गया । छापर देवाणी रामपुर क आस पास भीख मागने आता है जिसको गुरूवार को रामपुर के पास से गिरफ्तार किया है । पुलिस ने बताया कि हत्या के आरोप में गिरफ्तार गणेशदास उर्फ गोरासिंह पुत्र चरणसिंह जाति मजवी सिख निवासी वजीरके कल्ला जिला बरनाला पंजाब का रहने वाला है । आरोपी अविवाहित है और परिवार मे एक भाई जो पंजाब मजदूरी करता है ।