राज्य सरकार की विशेष पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए संचालित देवनारायण गुरूकुल योजना के स्कूल का निरीक्षण करने के लिए जयपुर से एक टीम शुक्रवार शाम को सुजानगढ़ पहुंची। गुर्जर आरक्षण समिति के प्रवेश प्रवक्ता हिम्मतसिंह गुर्जर के नेतृत्व में टीम चन्द्रशेखर स्कूल पहुंची और निरीक्षण किया। हिम्मतसिंह गुर्जर ने बताया कि विद्यालय का निरीक्षण करने पर चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। हिम्मतसिंह गुर्जर ने बताया कि नियम विरूद्ध इस योजना का संचालन यहां हो रहा है, जिसमें शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही है।
हिम्मसिंह ने बताया कि नियमों के मुताबिक जिन विद्यालयों में 12 वीं तक 300 बच्चे होते हैं, केवल उन्ही स्कूलों में यह योजना संचालित की जा सकती है, जबकि इस स्कूल में नामांकन 194 पाया गया। हिम्मतसिंह ने बताया कि विद्यालय को इस योजना से हटाने के लिए जांच समिति द्वारा सरकार को सिफारिश की जायेगी। निरीक्षण के दौरान नामांकन 16 से कम बच्चे उपस्थित पाये गये। हिम्मतसिंह ने आगे बताया कि निर्माणाधीन भवन में बच्चों को पढ़ाये जाने की बात भी सामने आई और व्यवस्था के नाम पर केवल खानापूर्ति मिली। निरीक्षण के वक्त विधि सलाहकार शैलेन्द्रसिंह एडवोकेट, जिला शिक्षा अधिकारी सांवरमल, समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि, पथिक सेना संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल, चाड़वास सरपंच प्रतिनिधि रामदेव गोदारा भी उपस्थित थे।
सर जी मेरा बच्चा देव नारायण गुरूकुल योजना के तहत अध्यनरत है लेकिन वहां पर बच्चो के साथ भेद भाव किया जाता है जैसे पैसे देकर पडने वाले बच्चो को अच्छे रूम ,रजाई ,गद्दे दिये जाते है लेकिन योजना वाले बच्चो को ना समय पर कपडे मिलते हैं ना ही समय पर बेैग ,एवं बाकी सामान जैसे साबुन तेल वगैरा मिलते हैबच्चों के साथ सही बरताव भी नही किया जाता है क्या करे