
तहसील के गांव कानूता में मंगलवार शाम को बिजली के पोल की ताण में करंट आने से एक जने की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस चौकी के आगे पशु चिकित्सालय के पास बिजली के पोल की ताण में दौड़ रहे करंट की चपेट में पास से गुजर रहा रामकरण चपेट में आ गया। रामकरण की मौत के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ आक्रोश जताते हुए शव को मोर्चरी में नहीं रखने दिया और पूरी रात शव को एक होटल में रखकर विभाग के खिलाफ आक्रोश जताया। बुधवार सुबह से ही ग्रामीणों ने शव को घटनास्थल पर मौके पर रखकर एकत्रित होने लगे और गांव का पूरा बाजार बंद रखकर मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करने लगे।
प्रदर्शन की सूचना मिलने पर साण्डवा थाना अधिकारी रामेश्वर विश्नोई जाप्ते सहित मौके पर पंहूचे। मृतक रामकरण पुत्र सुर्जनसिंह रावणा राजपूत उम्र 47 वर्ष पुलिस चौकी कानूता में रोटी बनाने का काम किया करता था। परिवार में उनकी मां, पत्नी व बेटी का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के परिवार के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है। गांव के लोगों ने एक लाख पच्चीस हजार रूपये चंदा एकत्रित कर मृतक के परिवार को सहायता के लिए दिये। मौके पर सुजानगढ़ तहसीलदार सुशील कुमार सैनी, एक्सईएन आशाराम जांगीड़, सरपंच मोतीलाल बोहरा परिजनों व ग्रामीणों को समझाईश करते रहे, लेकिन वे नहीं माने। आखिर में एक्सईएन के लिखित में मृतक के परिजनों को दो माह में पांच लाख रूपये का मुआवजा देने का आश्वासन दिया।