विगत तीस वर्षों से बंद पड़ी घंटाघर की घडिय़ों को गत सोमवार को देखने के बाद शनिवार को राजगढ़ के वयोवृद्ध मिस्त्री संतलाल वर्मा सुजानगढ़ आये। वर्मा ने घंटाघर की घडिय़ों की मशीन को खोलकर अपने साथ ले गये। वर्मा ने दस दिन बाद मशीन को ठीक करने में आने वाले खर्चे के बारे में बतायेंगे। सभपति सिकन्दर अली खिलजी ने बताया कि मशीन को ठीक करने में आने वाले खर्च को लेकर भामाशाह बगडिय़ा परिवार से बातचीत की जा रही है। भामाशाह परिवार द्वारा खर्च वहन करने की सम्भावना है, नहीं तो नगरपरिषद द्वारा इस खर्च को वहन किया जायेगा। इस अवसर पर बगडिय़ा परिवार के महावीर बगडिय़ा, पवन दादलिका, आरटीआई कार्यकर्ता बसन्त बोरड़, खुशीराम चान्दरा सहित बाजार के व्यापारी उपस्थित थे।