आर.टी.आई. कार्यकर्ता बसन्त बोरड़ ने लोकायुक्त को पत्र प्रेषित कर घंटाघर की घडिय़ों के ठीक नहीं होने तथा सूचना के अधिकार के तहत नगरपरिषद द्वारा संतुष्टीपूर्ण जवाब नहीं देने की शिकायत की है। पत्र में बोरड़ ने बताया है कि घंटाघर की घडिय़ां पिछले कईं वर्षों से बंद पड़ी है। जिनके बारे में नगरपरिषद आयुक्त से लेकर जिला कलेक्टर तक इन घडिय़ों को ठीक करवाने की मांग को लेकर लिखित व मौखिक प्रार्थना की जा चूकी है।
लेकिन आज भी स्थिति जस की तस है। पत्र में बोरड़ ने पूर्व में नगरपरिषद आयुक्त से लेकर जिला कलेक्टर को लिखे पत्रों का दिनांक वार उल्लेख करते हुए लिखा है कि 28 अक्टूबर 2014 को सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत घडिय़ों को ठीक करने से सम्बन्धित सूचनायें नगरपरिषद द्वारा मांगी गई थी। जिनका जवाब नहीं आने पर क्रमश: आयुक्त, सभापति, जिला कलेक्टर के समक्ष अपील की गई। लेकिन परिषद द्वारा ना तो घडिय़ों को ठीक करवाया गया और ना ही सन्तोषजनक जानकारी उपलब्ध करवाई गई। पत्र में बंद पड़ी घडिय़ों को दुरूस्त करवाने तथा मांगी गई सूचनाओं का सन्तोषप्रद जवाब उपलब्ध करवाने की मांग की गई है।