सरकारी रिकार्ड में फेरबदल करने तथा सरकारी नौकरी के दौरान फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाकर विदेश यात्रा करने के आरोप का इस्तगासा सुजानगढ़ के एसीजेएम न्यायालय में पेश हुआ है। मदनलाल पुत्र स्व. नानूराम माली निवासी वार्ड नं. 6 नलिया बास सुजानगढ़ ने न्यायालय में इस्तागसा दायर कर श्रवण कुमार पुत्र नानूराम माली निवासी वार्ड नं. 11 लाडनूं रोड़, चूंगी चौकी के पास सुजानगढ़ के खिलाफ सरकारी रिकार्ड में फेरबदल करने तथा सरकारी नौकरी के दौरान फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाकर विदेश यात्रा करने के आरोप लगाया है।
इस्तगासे के अनुसार श्रवण कुमार पात्र नहीं होते हुए भी सरकारी नौकरी एवं अन्य परिलाभ लेने के लिए वर्ष 1992 में अपनी मां गोमतीदेवी को बहला फुसलाकर अंगुठा निशानी लगवाकर पब्लिक नोटेरी से तस्दीक करवाकर कर 12.02.1992 को जलदाय विभाग सुजानगढ़ में पेश किया। श्रवण कुमार ने तत्कालीन सहायक अभियन्ता भीकमचन्द व लिपिक बिरदीचन्द के साथ सांठ-गांठ कर अपनी सेवा पुस्तिका में 09.01.1970 अंकित करवाकर चयनित वेतनमान का भुगतान उठाकर अनुचित लाभ लेने व सरकार को नुकसान पंहूचाने का आरोप लगाया है। इस्तगासे में श्रवणकुमार पर सरकारी नौकरी करते हुए विभाग की बिना अनुमति के विदेश में कमाने जाने के ईरादे से अपनी सही जन्म तिथी 09.08.1972 को छुपाकर फर्जी जन्म तिथी 06.02.1971 की रचना रचकर वर्ष 1993 व 2010 में जयपुर पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट बनवाकर भारत सरकार के विदेश मंत्रालय जयपुर पासपोर्ट कार्यालय के साथ धोखाधड़ी कर पासपोर्ट बनवाने का आरोप लगाया है।
इस्तगासे में बताया गया है कि शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, शपथ पत्र व दोनो पासपोर्ट में अंकित जन्म तिथी में विरोधाभास है। इस्तगासे में बिना विभागीय अनुमति के अपनी जन्म तिथी बदलकर पासपोर्ट बनवाने तथा फर्जी दस्तावेज बनवाकर इंग्लैण्ड व लन्दन एम्बेसी से ट्यूरिस्ट वीजा प्राप्त कर इंग्लैण्ड व लन्दन से इटली देश में बिना वीजा अवैद्य रूप से प्रवेश करने का आरोप भी लगाया गया है। इस्तगासे में इटली में पासपोर्ट गुम होना बताकर इटली स्थित भारतीय दूतावास से अपना डूप्लीकेट पासपोर्ट जारी करवाने का वर्ष 2011 -12 में आवेदन पेश किया। विदेश मंत्रालय पासपोर्ट कार्यालय जयपुर द्वारा मांगे जाने पर सुजानगढ़ पुलिस द्वारा सत्यापन रिपोर्ट भेजी गई, जिसके आधार पर डूप्लीकेट पासपोर्ट जारी हुआ। इस्तगासे में इटली से वापस आने के बाद श्रवण कुमार ने ड्यूटी पर लेने के लिए 10.04.14 को जलदाय विभाग में आवेदन किया। जिस पर अधीक्षण अभियन्ता चूरू ने श्रवण कुमार को ड्यूटी पर वापस लेने का आदेश जारी नहीं करते हुए श्रवणकुमार के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये थे। इस्तगासे में मदनलाल ने श्रवणकुमार, उसकी पत्नी भंवरी, पुत्र कुष्ण व धनराज पर जानलेवा हमला करने का आरोप भी लगाया है।