शहर में बढ़ते अतिक्रमण, अव्यवस्थित यातायात व्यवस्था और सीएलजी बैठकों को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता बसन्त बोरड़ ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र फौजदार को लिखित में सुझाव सौंपे है। बोरड़ ने पत्र में घंटाघर के पास अनियमित ऑटो स्टैण्ड, दुकानदारों द्वारा किये गये अतिक्रमण, पिक-अप गाडिय़ों एवं दुपहिया वाहनों के पार्किंग के अभाव में अव्यवस्थित तरीके से खड़े होने को ट्रैफिक व्यवस्था बिगडऩे का बड़ा कारण बताते हुए यातायात व्यवस्था को सुधारने को लेकर अपने सुझाव दिये हैं।
बोरड़ ने पत्र में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए दुकानदारों द्वारा किये गये अतिक्रमण को हटाने, घंटाघर से दूर ऑटो स्टैण्ड शुरू करने तथा घंटाघर पर सवारियां चढ़ाने और उतारने की इजाजत देने, पिक-अप गाडिय़ों को अन्यत्र खड़ा करने का सुझाव दिया। बोरड़ ने गांधी चौक स्थित अनुपयोगी सार्वजनिक पार्क में दुपहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था करने के साथ ही गांधी चौक को नो पार्किंग जोन घोषित करने का सुझाव दिया है।
बोरड़ ने पुलिस थानों की जाने वाली सीएलजी की बैठकों को औपचारिकता के दायरे से बाहर निकालकर उनमें दिये जाने वाले सुझावों पर अमल करने तथा उठाई जाने वाली जनसमस्याओं का निराकरण कर सीएलजी की बैठकों को प्रभावी बनाने के सुझाव दिये। बोरड़ ने सीएलजी बैठकों में उठाये जाने वाली जनसमस्याओं एवं सुझावों पर की गई कार्यवाही के बारे में आगामी सीएलजी बैठक में जानकारी देने का भी सुझाव दिया। आरटीआई कार्यकर्ता ने शहर के विभिन्न वार्डों एवं मौहल्लों में सुनसान स्थानों को चिन्हित करने तथा प्रशासन के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाने का सुझाव दिया।