जोधपुर विद्युत वितरण निगम द्वारा अगुणा बाजार में बिजली के पोल रोपने एवं विद्युत लाईन के तार खेंचने के दौरान कस्बे के ह्रदय स्थल घंटाघर के झरोखों के आगे बनाई गई दार्शनिक रूंस (बालकॉनी) को तोड़ दिया गया। जिसका कस्बे के बुद्धिजीवी वर्ग एवं इतिहास प्रमियों में रोष है। विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शहर की ऐतिहासिक धरोहर को नुकसान पंहूचने के 24 घंटे बाद भी नगरपरिषद, विद्युत विभाग द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई तथा अधिकारियों ने इसके बारे में जानकारी नहीं होना बताया।
नगरपरिषद आयुक्त देवीलाल बोचल्या ने बताया कि आपने जानकारी दी है, जमादार को भेजकर रिपोर्ट मंगवाई जायेगी, उसके बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी। सनद रहे कि भामाशाह सुजानमल बगडिय़ा परिवार द्वारा निर्मित घंटाघर सुजानगढ़ की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल होने के साथ-साथ कस्बे की पहचान है।