स्वर्ण आभुषणों पर एक्साइज ड्यूटी के विरोध में स्वर्णकार व्यवसायियों ने मंगलवार को गांधी चौक में धरना शुरू किया है। धरने पर उपस्थित स्वर्ण व्यवसायियों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मा. भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि देश के वित्त मंत्री अरूण जेटली के स्वर्ण आभूषणों को विलासिता की वस्तु बताने वाले बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिस प्रकार हर घर में अनाज की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार हर घर में सोने को अहमियत दी जाती है। सोने को मुसीबत का साथी बताते हुए मेघवाल ने कहा कि देश के उत्कृष्ट वकीलों में शुमार वित मंत्री अरूण जेटली की खराब नीति के कारण देश भर में अरबों का कारोबार प्रभावित हो रहा है और गरीब कारीगरों के भुखे मरने की नौबत आ गई है। मेघवाल ने जेटली पर देश के हर नागरिक को टैक्सपेयी बनाकर सब्सीडी छीनने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी सरकार किस काम की, जो जनता को सुविधायें देने के स्थान पर छीनने पर तुली हुई है।
मेघवाल ने कहा कि सोने पर एक्साईज डुयटी का भार आम आदमी पर पडेगा जिसे केन्द्र सरकार को वापस लेना होगा। धरनार्थियों को सभापति सिकन्दर अली खिलजी, उपसभापति बाबूलाल कुलदीप, मो. इदरीश गौरी, राधेश्याम अग्रवाल, एड. सुरेश शर्मा, जिला अध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, धर्मेन्द्र कीलका, उषा बगड़ा, चम्पालाल तंवर, पवन मौसूण, सुभाष बेदी, जयप्रकार सोनी ने भी सम्बोधित किया। सर्राफा एसोसियएन के अध्यक्ष मुरली मनोहर कठातला ने सभी का अभार व्यक्त करते हुए क्रमिक अनशन जारी रखने का एलान किया धरने पर मदनलाल कड़ेल, अनिल धुपड़, नवीन कड़ेल क्रमिक अनशन पर बैठे। इस अवसर पर युनूस खां हासमखानी, जगदीश भार्गव, मा. दाऊद काजी, लालचन्द शर्मा, मौजीराम जाखड़, खालिद गौरी, सत्यनारायण खाखोलिया, बजरंगलाल सैन सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता एवं स्वर्णकार कारीगर उपस्थित थे। संचालन विनय सोनी ने किया।