प्रदेश की भाजपा सरकार ने अशोक गहलौत शासन की जन कल्याणकारी की योजनाओ का भट्ठा बैठा दिया है। आज हर वर्ग इस सरकार से त्रस्त है । यह विचार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने रविवार को ग्राम लुहारा में आयोजित अपने सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीणो को सम्बोधित करते हुए प्रकट किये । उन्होने कहा कि भाजपा शासन में अशोक गहलोत सरकार के शासनकाल में शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना, जांच योजना, पेंशन योजना को बंद कर दिया है। बिजली विभाग के अधिकारियों के तानाशाही रैवये के चलते किसानो व आमजन की वीसी भरकर उन्हे परेशान किया जा रहा है। बिजली विभाग की तानाशाही का ही परिणाम है कि मात्र पांच सौ रूपये का बिल बकाया है तो उसका भी कनेक्शन काटा जा रहा है।
गहलोत सरकार के समय पचास लाख परविारों को खाद्य सुरक्षा के तहत एक रूपये मिलने वाले गेहू में कटौती कर आम आदमी को परेशानी में डाल दिया। निजी शिक्षण संस्थानों को फायदा पंहूचाने के उद्देश्य से गांवों में स्कूलें बंद कर दी गई। सात हजार अध्यापकों के पद समाप्त कर दिये गये। 15 लाख नौकरियां देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने 25 हजार विद्यार्थी मित्रों को घर बैठा दिया। मेघवाल ने कहा कि गहलोत सरकार के समय शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया गया तथा नई योजनायें शुरू नहीं की गई। मेघवाल ने कहा कि वसुन्धरा सरकार के मंत्रियों की उनके अधिकारी नहीं सुनते हैं। मंत्री अधिकारियों के आगे हाथ जोड़कर पानी पिलाने की गुहार लगा रहे हैं और अपने विभाग के अधिकारियों के भ्रष्टाचार के आगे लाचार है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बदहाल है। सुजानगढ़ में पानी एक-एक महीने से आ रहा है। मेघवाल ने विधायक खेमाराम पर बोलते हुए कहा कि लोग उनके पास काम लेकर जाते हैं और कहते हैं कि आपको वोट देकर जिताया है, तो विधायक कहता है कि आपने मुझे वोट भंवरलाल की बळत का दिया, मुझे इस बार चुनाव जितावों तो मानूं कि आपने मुझे वोट दिया।
लोकसभा में बाबाओं की भरमार हैं, बाबाओं ने कांग्रेस, सोनिया गांधी और राहूल गांधी के खिलाफ खुब जहर उगला है। इन तपस्या करने वाले बाबाओं को आमजन, किसान व गरीब समस्या से कोई लेना देना नहीं है। मेघवाल ने कहा कि उनके द्वारा नाबार्ड से लोन लेकर साढ़¸े आठ सौ करोड़ रूपये की आपणी योजना का पानी 2014 में ही आपके घरों तक पंहूच जाना चाहिये था, लेकिन आज तक पानी तो दूर पाईप लाईन का भी पता नहीं है। इससे पूर्व विद्याद्यर बेनीवाल, शिवकरण मेघवाल, लुहारा सरपंच सोनिया नायक, भंवरलाल ज्याणी, पूर्व सरपंच धापूदेवी, नगरपरिषद सभापति सिकन्दर अली खिलजी, उपसभापति बाबूलाल कुलदीप, पार्षद उषा बगड़ा, मधु बागरेचा, श्यामलाल गोयल, इकबाल खान, मो. खालिद, दाऊद काजी, महावीर मण्डा, लालचन्द शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामिणों ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष मा. भंवरलाल मेघवाल का साफा, शॉल व माला पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में रामनारायण प्रजापत, जगदीश भार्गव, इन्द्रचन्द तंवर, रामदेव गोदारा, मो. इदरीश गौरी, पूर्व जिला प्रमुख बनारसी मेघवाल, भंवरलाल ढ़ाका, लालचन्द बगड़ा, मुकुल मिश्रा, अंकित पुजारी, अली हसन, विजय कुमार पुजारी, बंटी लाखन, अजय ढ़ेनवाल, एड. तिलोकचन्द मेघवाल, लंकेश अग्रवाल, चन्द्रशेखर अग्रवाल, सत्यनारायण खाखोलिया, एड. सुरेश शर्मा, रूपाराम कस्वां सहित हजारों सुजानगढ़, बीदासर, छापर शहर तथा देहात के लोग उपस्थित थे। पूर्व कृषि उपज मण्डी अध्यक्ष सुरजाराम ढ़ाका, विद्याद्यर बेनीवाल, जिला अध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, सभापति सिकन्दर अली खिलजी, प्रधान गणेश ढ़ाका, प्रधान सन्तोष मेघवाल, प्रमेन्द्र सिहाग, सविता राठी, नरेश गोदारा, उपप्रधान दीवानसिंह भानीसरिया, रमेश इन्दौरिया, जगन्नाथ बुरड़क लाडनूं, संजय गोदारा, हर्ष लाम्बा, डा. रामेश्वर दुसाद ने सम्बोधित किया। संचालन राधेश्याम अग्रवाल ने किया।