
कस्बे के वार्ड 16 में एक युवक ने अपनी पत्नी की कुल्हडी से वार कर हत्या कर स्वयं ने फांसी के फंदे मे झुल कर आत्महत्या करने से कस्बे में सनसनी फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पंहूची और मृतक के कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस को सूचना मिली की वार्ड नं 16 में एक युवक आरीफ ने गंडासे के वार से अपनी पत्नी शहनाज को मौत के घाट उतार कर फांसी का फंदा गले डाल कर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना आग की तरह फली और मोहल्ले में सैकडो लोग एकत्रित हो गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मो असलम पुत्र दीन मोहम्मद ने पुलिस को लिखित रिपोर्ट दी कि मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे मैने अपनी लडकी शहनाज को फोन किया, तब मेरे फोन को मेरे दामाद ने उठाया।
उससे शहनाज के बारे पूछा तो उसने बताया की वह लधु शंका करने गई। फिर में घर से रवाना होकर अपनी लडकी के घर आया तो घर का दरवाजा खुलवाया फिर मैं घर के अन्दर गया तो कमरे का दरवाजा बंद था, मैने आवाज लगाई। दरवाजा नहीं खोलने पर दरवाजा तोड़ कर खोला तो मेरी लड़की शहनाज एवं दामाद मृत अवस्था में मिले। मेरी लड़की शव खून से लथपथ था तथा दामाद फांसी पर लटका हुआ था। रिपोर्ट में लिखा है मेरे दामाद आरीफ ने मेरी लड़की शहनाज को मौत के घाट उत्तार कर स्वयं ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। लड़की के परिजनों ने पुलिस को बताया कि मेरे दामाद से मेरी लड़की के आपसी मन मुटाव के कारण तंग परेशान करने व भरण पोषण करने का मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है। समाज के लोगो ने 2- 3 माह पूर्व राजीनामा करवा कर मेरेी लडकी को दामाद के साथ भेजा था। हत्या व आत्महत्या के कारणों का पता नही चला है। वही दुसरी मृतक के पिता ने मईनुदीन पुत्र जमालूदीन निवासी वार्ड नं 16 कादरी चौक ने पुलिस थाने में लिखित रिपोर्ट दी कि मेरे लडके पर उसकी पत्नी व सुसराल वालो ने दहेज का झुठा मुकदमा चला कर तंग परेशान किया। कुछ दिनो पहले मेरे पुत्र आरीफ व पुत्रवधु शहनाज के बीच राजीनामा हो गया था और मेरा लडका आरीफ व उसकी पत्नी शहनाज हमारे घर में अलग रहता था।
मृतक आरीफ की पत्नी शहनाज का फिरोज तगाला पुत्र अनवर तगाला जाति तैली से अवैध सम्बन्ध थे। मेरा लड़का आरीफ ने फिरोज व शहनाज व सुसराल वालों को समझाया। तब सुसरालवालों, असलम व फिरोज ने जान मेरे पुत्र को जान से मारने की धमकी दी तथा आत्महत्या करने के लिये प्रेरित किया। आरीफ ने अपने सुसाइड नोट में अपने सास-ससूर व अपने तीन सालों को इस हत्या एवं आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में आरीफ अपनी सम्पति अपने माता-पिता के नाम करने तथा बच्चों की जिम्मेदारी भी अपने माता-पिता को सौंपने की बात लिखी है। पुलिस ने दोनो मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने देर शाम दोनो शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिये। मृत दम्पति के दो लड़के हैं, जिनमें बड़ा साहिल दस वर्ष एवं छोटा अयान 6 वर्ष का है।
“समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती
जितना हम इन्हें मान लेते हैं ,
कभी सुना है ,कि “अंधेरों ने सुबह ही ना होने दी हो.
इंसा अल्लाह ,इस परिवार ने क्या खोया क्या पाया। अफसोस कि मनुष्य जन्म बार बार नहीं मिलता।
EK PARESHAN AADMI NE AT LAST YE BAHUT HI DARDNAK KADAM UTHAYA
समस्या का हल भि हो सकता था। अगर अपने गुस्से पर काबू रहते मिया बीबी दोनों ।
अात्म हत्या बुजदिलि है।
हा भाई सही बात ह।
Majburiya insan ko glat kdam uthane per mazbur kardeti h lekin insan ko apne aap per kantrol rakhna chahiye gussa aisa hota h ki isme insan ko kuch nhi dikhta.. Nmaz aisi takat h ki gusse pe kabu rakhah ja sakta h.
are bhai ye kaha huaa hai ladnun me ya sujangarh me kam se kam shahar ka name to likh dete kher jo huaa bura hi huaa hai ye sab hamare samaj me jahiliyat ki wazah se hoti hai talim nahi hai to amal kaha se hoga
Sujangarh me
RIP…!!!
inna lillahi wa inna ilayhi rajiun….
afshosh……!!!
kashhhh wqt rhte sb kuch sahi ho jaata