युवक सेवा समिति के महासचिव सुरेन्द्र भार्गव ने राष्ट्रपति महोद्य को पत्र प्रेषित कर जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के स्थानीय सहायक अभियन्ता वितरण एवं कनिष्ठ अभियन्ता के भ्रष्टाचार की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से करवाने की मांग की है। पत्र में भार्गव ने लिखा है कि राजस्थान में बिजली बोर्ड को भंग कर विद्युत उत्पादन, प्रसारण एवं वितरण का कार्य वाणिज्यिक कम्पनियों में बांट दिया गया था। उक्त कम्पनियों द्वारा सन 2001 से 2015 तक कुल छ: बार 101.64 प्रतिशत विद्युत दरों में बढ़ोतरी की जा चूकी है।
इसके विपरित कम्पनियों का घाटा पिछले आठ वर्षों में 15 हजार करोड़ से बढ़कर 90 हजार करोड़ रूपये हो गया है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि सुजानगढ़ के सहायक अभियन्ता एन.के. पारीक व कनिष्ठ अभियन्ता द्वारा मैसर्स यादव मेजरमेंट कम्पनी उदयपुर से सांठ-गांठ के बल पर घरेलू उपभोक्ताओं की विद्युत चोरी के आरोप में झूठी वीसीआर भरी जा रही है। पत्र में बस स्टैण्ड स्थित एक व्यवसायिक कॉम्पलैक्स के बाहर निजी स्वार्थ पूर्ति कर अनधिकृत रूप से सड़क पर लगाने, शेखावाटी केबल नेटवर्क एवं सिटी केबल के तार विद्युत खम्भों पर लगाने के एवज में मोटी रकम लेने, विद्युत खम्भों पर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के विज्ञापन/होर्डिंग के बदले पुरूस्कार राशि प्राप्त करने के भी आरोप लगाये गये हैं।