गत 27 फरवरी को जीनरासर गांव में आग लगने से झुलसी विवाहिता ने बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में दिये पर्चा बयान में अपने पति, ससूर व जीजा पर केरोसीन तेल छिड़क कर आग लगाकर जलाने के प्रयास का आरोप लगाया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर के पीबीएम चिकित्सालय में पीड़िता उमा कंवर पत्नी रूपसिंह राजपूत उम्र 16 वर्ष निवासी जीनरासर ने पर्चा बयान दिया है कि उसकी शादी तीन साल पहले जीनरासर निवासी रूपसिंह पुत्र जतनसिंह के साथ हुई थी।
एक साल पहले ही उसने ससुराल आना जाना शुरू किया था। बयान में बताया गया है कि उसकी बहन राजू कंवर की ससुराल भी जीनरासर में हैं। करीब एक माह पहले उसकी बहन का पति राजूसिंह उसे उसके ससुराल से उठाकर गांव ढ़ेंगा लेकर गया था, जहां पर दो-तीन आदमी ओर थे। वहां से पीड़िता किसी प्रकार भाग कर अपने ससुराल आ गई। बयान में पीड़िता ने बताया है कि 26 फरवरी को उसके पिता व रतनसिंह उसे लेने के लिए उसकी ससुराल आये थे। जिस पर ससूर जतनसिंह ने मना कर दिया। 27 फरवरी को सुबह पीड़िता के पिता एवं रतनसिंह चले गये। उनके जाने के बाद पति रूपसिंह, ससूर जतनसिंह एवं जीजा राजूसिंह ने मिलकर पीड़िता के साथ मारपीट की तथा केरोसीन तेल डालकर उसके आग लगा दी।
आग से जलने पर चिल्लाने पर बाबा ससूर का लड़के प्रहलादसिंह ने मिट्टी डालकर आग बुझाई। पीड़िता ने बयान में बताया कि राजूसिंह वहां से भाग गया तथा पति व ससूर उसे लेकर सुजानगढ़ के राजकीय बगड़िया चिकित्सालय लेकर आये। वहां से बीकानेर रैफर कर दिया गया। जहां पर पीड़िता के पिता व भाई हनुमानसिंह आ गये। पुलिस ने पर्चा बयान के आधार पर कार्यवाही शुरू कर दी।