सालासर धाम विकास समिति के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल एवं महासचिव सत्यप्रकाश गुप्ता ने गत दिवस केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा से मुलाकात कर सालासर धाम को भारत सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा घोषित धार्मिक सर्किट योजना में शामिल करने की मांग की। समिति के पदाधिकारियों ने केन्द्र सरकार की 200 धार्मिक स्थलों के सर्वांगीण विकास एवं पर्यटन की दृष्टि से बनाई गई इस योजना में सालासर धाम को शामिल करने की मांग करते हुए केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा को सालासर धाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पदाधिकारियों ने शर्मा को बताया कि 260 वर्ष पुराने बालाजी के इस मन्दिर में चैत्र व आश्विन में दो बड़े मेले लगते हैं, जिनमें 25-30 लाख दर्शनार्थी एवं विदेशी पर्यटक बालाजी के दर्शनों के लिए आते हैं।
सालासर के धार्मिक एवं पर्यटन के महत्व की जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल एवं महासचिव सत्यप्रकाश गुप्ता ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि सालासर धाम के पास ही विश्व स्तरीय जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय लाडनूं, तिरूपति बालाजी मन्दिर सुजानगढ़, कृष्ण मृग तालछापर अभ्यारण्य तालछापर, रानी सती मन्दिर झुंझुनू, शाकम्बरी माता मन्दिर व खाटू श्याम जी मन्दिर होने से सालासर धाम को महत्व और भी बढ़ जाता है। सालासर धाम को केन्द्र में रखकर सम्पूर्ण शेखावाटी क्षेत्र में आने वाले धार्मिक स्थलों को विकसित करने पर यहां पर्यटन की सम्भवानाओं के बारे में पदाधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को बताया।
सालासर धाम के विकास में समिति के योगदान के बारे में बताते हुए समिति के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल एवं महासचिव सत्यप्रकाश गुप्ता ने सालासर धाम, खाटू श्यामजी, रानी सती माता मन्दिर व जीण माता मन्दिर को मिलाकर धार्मिक पर्यटन हब बनाने के तत्कालीन पर्यटन मंत्री की घोषणा को केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा को याद दिलाते हुए इसे अमलीजामा पहनाने की मांग की।