
राजकीय चिकित्सालय के पास स्थित पटाखों की दुकानों को अनुज्ञा पत्र जारी नहीं करने की युवक सेवा समिति के महासचिव सुरेन्द्र भार्गव ने जिला कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर मांग की है। पत्र में भार्गव ने लिखा है कि राजकीय चिकित्सालय से मात्र 25 मीटर की दूरी पर नया बाजार मोड़ पर सटती हुई पटाखें की तीन दुकानें स्थित है, जिनसे वर्ष भर आतिशबाजी की बिक्री की जाती है।
पत्र में बताया गया है कि एक व्यापारी की दुकान एवं खरीदशुदा मकान में लाखों रूपये की अवैद्य विस्फोटक सामग्री का भण्डारण है तथा दोनो पड़ौसी विके्रताओं की दुकानों एवं निकटवर्ती वाणिज्यक कटले की 6-7 दुकानों में विस्फोटक सामग्री का भण्डारण है। विस्फोटक के इतने बड़े जखीरे के कारण 100 बिस्तर के राजकीय चिकित्सालय में भर्ती रोगियों व परिजनों सहित आवासीय क्षे नया बाजार के नागरिकों की सुरक्षा का खतरा हर समय बना रहता है, जो दीपावली पर बढ़ जाता है। पत्र में विस्फोटक नियम 2008 के तहत दीपावली से पूर्व अस्थाई अनुज्ञा पत्र जारी करवाने में भ्रष्टाचार होने की सम्भावना व्यक्त करते हुए बताया गया है कि दुकानों के ब्लू प्रिंट नक्शों में राजकीय अस्पताल एवं आवासीय क्षेत्र यथा सम्भव नहीं दर्शाये जाते हैं तथा नगरपरिषद, पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से नियम विरूद्ध जांच रिपोर्ट तैयार करवा ली जाती है।
पत्र में बिक्री कर विभाग द्वारा चौथ वसूली कर राज्य सरकार के राजस्व को क्षति पंहूचाने का आरोप भी लगाया गया है। स्वर्णकारों की दुकानों व मिठाई की दुकानों में घरेलू सिलेण्डर के उपयोग होने एवं रजाई गद्दे भरने की तीन दुकानें पटाखों की दुकानों के नजदीक होने की जानकारी भी पत्र में दी गई है। व्यापारियों के लालच एवं प्रशासन के भ्रष्टाचार के के कारण आगजनी होने पर जानमाल की अपूरणीय क्षति होने की आशंका पत्र में जाहिर की गई है।