नारी शिक्षा उन्नयन के क्षेत्र में अपनी अमूल्य सेवाऐं प्रदान करने वाली शिक्षाविद् श्रीमती सत्यवती शर्मा के निधन पर यंग्स क्लब सभागार में गुरूवार रात्री को शोक सभा का आयोजन किया गया। सोनादेवी सेठिया कन्या महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या सन्तोष व्यास के सानिध्य एवं पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजली सभा का आरम्भ सत्यवती शर्मा की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन से हुआ। सन्तोष व्यास ने स्व. सत्यवती को प्रेम, सेवा, करूणा की प्रतिमूर्ति बताया। पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी ने उन्हे मानवीय मूल्यों को आत्मसात कर महिला शिक्षा की अलख जगाने वाली महिला बताया।
सांस्कृतिक सचिव गिरधर शर्मा ने संचालन करते हुए स्व. श्रीमती शर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। शोक सभा में सेवानिवृत प्राचार्य रूकमानन्द शर्मा, शंकरलाल गोयनका, लीलाधर शर्मा, सुशीला चौधरी, पुष्पलता शर्मा, सुखदेवराज नेहरा, प्रेम बाफना, सुलोचना सोनी, हाजी शम्सूद्दीन स्नेही, सरोजवीर पूनियां, तनसुखराय रामपुरिया, घनश्यामनाथ कच्छावा, सुमन चौरडिय़ा, मूलचन्द तिवाड़ी, सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने स्व. सत्यवती शर्मा के शिक्षा कार्यों से जुड़े अनुकरणीय व प्रशंसनीय संस्मरण सुनाये। पूर्व उपनिदेशक सीताराम दाधीच, दामोदरलाल मूंधड़ा एवं स्व. सत्यवती शर्मा की पुत्री डा. सरस के शोक संदेश का वाचन भी किया गया।
शोकसभा में रामनिवास पारीक, करणीदान मंत्री, सन्तोष बेडिय़ा, रामगोपाल करवा, पार्षद पवन माहेश्वरी, प्राचार्य चिंरजीलाल स्वामी, प्रभुदयाल स्वामी, सुभाष बेदी, दानमल शर्मा, बी.जी. शर्मा, अरूणा कुण्डलिया, नारायण बेदी, देवकृष्ण मालपानी, महावीर मीरणका, अयूब, विमल भूतोडिय़ा, मनोज मित्तल, सुकेश पचौरी, सुशीला शर्मा सहित अनेक गणमान्यजनों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजली दी।