राजस्थान सरकार द्वारा विकलांगों को दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं से सम्बन्धित योजनाओं एवं उनके प्रति सामाजिक जागृति फैलाने के उद्देश्य से राजकीय पी.सी.बी. उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यवाहक प्रधानाचार्य डा. नीता चौहान की अध्यक्षता एवं विधायक खेमाराम मेघवाल के मुख्य आतिथ्य में आयोज्य संगोष्ठी में पार्षद पवन चितलांगिया, भाजपा मण्डल अध्यक्ष वैद्य भंवरलाल शर्मा, मदन गुलेरिया, बुद्धिप्रकाश सोनी, प्रहलाद जाखड़, भाजयुमो अध्यक्ष एड. मनीष दाधीच, विजयसिंह बोरड़, गिरधारीलाल बुगालिया, यशोदा माटोलिया, बीइइओ सोहनलाल महरिया विशिष्ट अतिथि थे। संगोष्ठी में उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए विधायक खेमाराम मेघवाल ने कहा कि शिक्षक अपने वेतन के अनुरूप कार्य करें। रिजल्ट बढ़िया आने पर ही विद्यालय एवं अध्यापकों का मान-सम्मान बरकरार रहेगा।
रमसा से प्राप्त बजट से विद्यालय की मरम्मत एवं रंग रोगन करवाने के निर्देश देते हुए बजट का सदूपयोग करने का कहते हुए कम पड़ने पर विधायक कोटे से बजट उपलब्ध करवाने की घोषणा भी की। इस अवसर पर मुख्य वार्ताकार पूर्व प्राचार्य हीरालाल गोदारा ने कहा कि शारीरिक विकलांगता से घातक मानसिक विकलांगता है, जिसके वशीभूत होकर अच्छा-भला आदमी को दूसरों को सतानें में सुख का अनुभव होता है। उन्होने अपने अनुभव को व्यक्त करते हुए कहा कि समाज की इसी उपेक्षा की पीड़ा ने उन्हे प्राध्यापक बनने के लिए प्रेरित किया। गोदारा ने कहा कि समाज में सुन्दर कृत्य करने वाला ही सुन्दर है। जीवन के हादसे ही व्यक्ति को पूर्ण बनाते है। उन्होने कहा कि विकलांगों को सहानुभूति की नहीं समानुभूति की आवश्यकता है।
अन्य वार्ताकार कुन्दनमल फगेड़िया ने भी सम्बोधित किया। इससे पूर्व सरोज कुमार जोशी, भागीरथ, विजय चौधरी, जगदीश चौहान, राजकुमार तंवर, दीपचन्द प्रजापत, विजयकुमार ढ़ेनवाल, संजयकुमार, विजय शंकर शर्मा, सुरजाराम बीरड़ा, राजकुमार शर्मा, श्रीमती रक्षा ने अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया। कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। संचालन बलदेव ढ़ाका ने किया।