क्षेत्र के साण्डवा थाने के हैड कांस्टेबल को नागौर एसीबी की टीम ने 12 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को साण्डवा थाने में मामले को रफा-दफा करने के एवज में रिश्वत लेने को लेकर हुई इस कार्यवाही से थाने के पुलिसकर्मियों में हड़कम्प मच गया। नागौर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने बताया कि डीडवाना इलाके के गांव थाणू निवासी शक्तिसिंह के खिलाफ तांबा चोरी का एक मामला सांडवा थाने में दर्ज था। इस मामले में शक्तिसिंह को साण्डवा पुलिस ने कुछ दिन पहले गिरफ्तार भी किया था।
इस मामले को रफा-दफा करने के बदले हैड कांस्टेबल बेजूलाल उर्फ बृजलाल प्रजापत ने उससे तीस हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। दोनों के बीच 12 हजार रूपए में सौदा तय हुआ। इस बीच शक्तिसिंह ने एसीबी को शिकायत कर दी। शिकायत के सत्यापन के दौरान हैड कांस्टेबल ने शक्तिसिंह को 12 हजार रुपए लेकर सांडवा पुलिस थाने में बुलाया। हैड कांस्टेबल ने उससे रुपए लेकर जेब में डाल लिए। इस बीच इशारा पाकर एसीबी की टीम उसे गिरफ्तार करनेआई तो एसीबी की गाड़ी देख वह थाने से पैदल ही भाग गया। टीम ने करीब एक किलोमीटर तक उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया। हैडकांस्टेबल चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव भुखरेडी का रहने वाला है।
ये है मामला
एएसपी मीणा ने बताया कि आरोपी हैड कांस्टेबल का वर्ष 2004 में प्रमोशन हुआ था। सांड़वा थाने में पिछले दो माह से कार्यरत था। इससे पहले वह चूरू तथा अधिकतर समय सिरोही जिले में रहा। शक्ति सिंह को सांड़वा पुलिस ने तांबा चुराने के आरोप में गाड़ी सहित गिरफ्तार किया था। इस संबंध में न्यायालय ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। कुछ दिन पहले ही वह जमानत पर आया था। एसीबी की टीम ने आरोपी को लाडनूं थाने में लाकर पूछताछ की। सांडवा थाने में अचानक नागौर एसीबी की टीम को देखकर पुलिस कर्मी दंग रह गए। एसीबी की ओर से मामले की जांच की जा रही है।
शिक्षक लगाने की मांग को लेकर लालगढ़ में विद्यार्थियों व ग्रामिणों ने किया चक्का जाम
सुजानगढ़ 07 अगस्त। (नि.स.) क्षेत्र के लालगढ़ गांव के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय व राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक लगाने की मांग को लेकर ग्रामिणों एवं छात्रों ने शुक्रवार को चक्काजाम कर दिया। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे विद्यार्थियों ने सुजानगढ़, नागौर व कातर सड़क मार्ग पर पत्थर व पेड़ के मोटे-मोटे तने रख कर अवरूद्ध कर दिया तथा दुकानदारों ने विद्यार्थियों की मांगों के समर्थन में गांव का बाजार बंद कर दिया। विद्यार्थियों ने सड़क पर टायर जला कर व मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया। चक्का जाम की सूचना मिलने पर साण्डवा पुलिस मौके पर पंहूची तथा ग्रामिणों व छात्रों से समझाईश की। लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। थाना प्रभारी रामेश्वरलाल विश्नोई ने उच्चाधिकारियों को प्रदर्शन की सूचना दी। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के प्रतिनिधि सूरजाराम डाबरिया दोपहर एक बजे मौके पर पंहूचे।
डाबरिया के पंहूचते ही विद्यार्थियों ने नारे बाजी करनी शुरू कर दी। दो घंटे चली वार्ता के बाद डाबरिया ने सोमवार तक चार शिक्षक लगाने का आश्वासन दिया। मगर ग्रामिण व विद्यार्थी इस बात पर अड़े रहे कि जब तक शिक्षक नहीं लगाये जायेंगे तब तक धरना चलेगा। पुलिस व डाबरिया के समझान पर दोपहर ढ़ाई बजे सड़क मार्ग खोल दिये गये तथा धरना जारी है। सोमवार तक शिक्षक नहीं लगाने पर ग्रामिणों ने फिर से आन्दोलन को तेज करने व चक्का जाम करने की चेतावनी भी दी है। बताया जा रहा है कि दोनो ही विद्यालयों में मात्र पांच शिक्षक वर्तमान में कार्यरत है तथा शिक्षक नहीं होने के कारण छात्र टी.सी. कटवाकर अन्यत्र जाने को मजबूर हैं।