प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बारे में दी जानकारी

Maheshwari Services Trust

प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज एवं माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित दस दिवसीय अलविदा तनाव अनुभूति शिविर के सप्तम दिवस पर आलौकिक जन्मोत्सव मनाया गया। जिसमें उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए ब्र.कु. पूनम बहन ने प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक के सफर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आनन्द और उल्लास के के साथ परमपिता को साथ में रखते हुए जीवन को जी सकते हैं।

उन्होने कहा कि अपने दु:ख, तकलीफ, समस्य, गलती सभी कुछ परमात्मा के नाम से चिट्ठी लिखकर ब्र.कु. भाईयों द्वारा तैयार की गई नाव में डाल देंवे और अपना समस्त परमात्मा को अर्पित कर स्वयं ट्रस्टी भाव से सांसारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करें, तनाव सदा के लिए अलविदा हो जायेगा। उन्होने कहा कि आज हमें परमपिता का परिचय प्राप्त हुआ और सबका मिलन उस परमपिता से हो रहा है, लौकिक जन्म अब अलौकिक हो गया है। इसके बाद उपस्थित श्रद्धालुओं ने गुब्बारे फोड़ते हुए झूमते हुए एक दूसरे को जन्म दिन की बधाई दी। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ सीताराम सोनी, लीलाधर शर्मा, रामाकिशन जांगीड़, सुभाष बेदी, प्रेमलता जैन ने दीप प्रज्जवलन कर किया। जिनका स्वागत शशि लड़ा, मंजू मूंधड़ा, सुनीता तापड़िया, रीतम मूंधड़ा, सरिता जाजू, सुधा मालानी, कान्ता मालानी ने किया। गोपाल, बजरंग, बालकिशन, सुप्रभा बहन, सन्तोष बहन ने स्मृति चिन्ह प्रदान किये। संचालन सविता राठी ने किया।

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