
शिव महापुराण महोत्सव का शुभारम्भ ऐतिहासिक कलश यात्रा के साथ कस्बे के एन.के. लोहिया स्टेडियम में शुक्रवार को हुआ। दुलियां बास स्थित सिद्ध श्री संकट मोचन हनुमान मन्दिर से शुरू हुई कलश यात्रा गाड़ोदिया गेस्ट हाऊस, बगड़िया मन्दिर, घंटाघर, गांधी चौक, लाडनूं बस स्टैण्ड, लाडनूं पुलिया, सिद्धि विनायक गणेश मन्दिर होते हुए कथा स्थल एन.के. लोहिया स्टेडियम पंहूची। कलश यात्रा के दौरान रास्ते में लोगों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया तथा शोभायात्रा पर हैलीकॉप्टर से भी पुष्प वर्षा की गई।
शोभायात्रा में हाथी, ऊंट, घोड़े पर सवार होकर धर्मध्वज आगे चल रहा था। 1100 महिलाओं ने मंगलकलश सिर पर धारण कर हरिकीर्तन करते हुए शोभायात्रा में चल रही थी। पूरा वातावरण धर्ममय हो रहा था। बैण्ड पर शिव धुनी एवं शिव भजनों की स्वर लहरियां माहौल को शिव मय बना रही थी। कथा के शुभारम्भ के अवसर पर बड़ोदरा के वैंकटेशाचार्य जी महाराज, सनवाली के शांतिनाथ जी महाराज के साथ कथा वाचक राधेश्याम शास्त्री रथ पर विराजमान होकर शोभायात्रा के पीछे चल रहे थे। कथा के प्रथम दिन व्यास पीठ पर विराजमान कथावाचक राधेश्याम शास्त्री ने शिव महात्म बताते हुए शिव की महिमा को अपरम्पार बताया।
रामदेव, दूर्गादेवी, सत्यनारायण व प्रेमसुख चोटिया की पुण्य स्मृति में प्रेमसुख चोटिया की धर्मपत्नी मुन्नीदेवी, पुत्र विकास, विवेक, पुत्री प्रियंका व मेघा द्वारा शिव महापुराण का आयोजन किया गया है। कथा के सफल आयोजन में पुरूषोतम शर्मा व के.एल. पारीक सहित अनेक श्रद्धालु जुटे हुए हैं। शोभायात्रा के दौरान माणकचन्द सराफ, सुभाष बेदी, नरेन्द्रसिंह भाटी, नारायण बेदी, मूलचन्द सांखला, गजानन्द दाधीच, कपिल पारीक, माणकचन्द दाधीच सहित अनेक लोग व्यवस्था बनाने में जुटे हुए थे।