
कस्बे के ओसवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं गांधी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रबन्धन स्थानान्तरण को लेकर झुंझुनू के एज्यूकेशनल ग्रुप जीवेएम के साथ हुए दस वर्षिय समझौते का विवाद पुलिस थाने पंहूच गया। दोनो विद्यालयों के प्रबन्धन का कार्य वर्तमान में देख रही ओसवाल युवक सम्मेलन द्वारा झुंझुनू के जीवेएम के साथ दस वर्ष का एक करार किया गया था। जिसे लेकर ओसवाल समाज एवं सर्वसमाज के लोग ने अपनी आपत्तियां जताते हुए इस करार को रद्द करने की मांग ओसवाल युवक सम्मेलन के अध्यक्ष मांगीलाल सेठिया से लगातार कर रहे थे तथा उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर जिला कलेक्टर से हस्तक्षेप करने की मांग बराबर कर रहे थे। शनिवार को दोनो विद्यालयों के नये सत्र के शुभारम्भ को लेकर आयोजित होने वाले समारोह से पहले करार का विरोध करने वाले पक्ष के अनेक लोगों के साथ पुलिस थाने पंहूचने के बाद पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी ने ओसवाल युवक सम्मेलन के पदाधिकारियों एवं जीवेएम के चेयरमैन दिलीप मोदी को पुलिस थाने बुलवा लिया तथा सभी को साथ बैठाकर उनके पक्ष जानने का प्रयास किया।
जानकारी मांगने के बाद गायब हुए रजिस्टर
पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी ने संस्था के रजिस्टर गायब होने को गम्भीर बताते हुए युवक सम्मेलन का षड़यन्त्र बताते हुए इसके पदाधिकारियों को गिरफ्तार करने के साथ ही युवक सम्मेलन के संजय भूतोड़िया पर रजिस्टर गायब करने में मुख्य भुमिका होने का सीधा आरोप लगाया। उपस्थितजनों ने कहा कि यह गलत उद्देश्य से गलत काम किया जा रहा है। आरटीआई कार्यकर्ता बसन्त बोरड़ ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगे जाने के बाद रजिस्टर गायब हुए हैं।
संदिग्ध परिस्थितियां, पारदर्शिता का अभाव
दोनो पक्षों के तर्कों एवं तथ्यों को सुनने के बाद तहसीलदार पुरूषोतम जांगीड़ ने सभी परिस्थितियों को संदिग्ध बताने के साथ ही करार में पारदर्शिता का अभाव बताया।
ये हुआ निर्णय
अंत में बैठक में गांधी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय को जीवेएम के साथ हुए समझौते से मुक्त रखने एवं ओसवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय के बारे में इस समझौते की पालना से पहले ओसवाल समाज की बैठक बुलाकर उसमें निर्णय करने का तय हुआ। समझौते पर ओसवाल युवक सम्मेलन के अध्यक्ष मांगीलाल सेठिया, सचिव गोविन्द बाफना, पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी, नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश शर्मा, पूर्व पार्षद पवन रांकावत, बुद्धिप्रकाश सोनी ने हस्ताक्षर किये हैं।
एक करोड़ देने की घोषणा
दोनो विद्यालयों के लगातार घाटे में चलने एवं आर्थिक संसाधनों के अभाव में वर्तमान में कार्यरत अध्यापकों के बकाया चल रहे वेतन का हवाला देते हुए ओसवाल युवक सम्मेलन अध्यक्ष मांगीलाल सेठिया द्वारा ओसवाल एवं गांधी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालयों के संचालन के लिए जीवेएम एज्यूकेशन प्रा.लि. के साथ अनुबन्ध करने का एक मात्र उद्देश्य छात्रों को आधुनिक नवीनतम तकनीक एवं उच्च गुणवता की शिक्षा देने को अपना उद्देश्य बताने पर विजयसिंह कोठारी ने दोनो शिक्षण संस्थाओं को चलाने के लिए एक करोड़ रूपये देने की घोषणा की।
ये है विरोध का कारण
बालिका शिक्षा के लिए अग्रणी शिक्षा संस्था गांधी बालिका उच्च माध्यमिक एवं ओसवाल उ. मा. विद्यालय का जीवेएम समूह के साथ किये गये व्यावसायिक अनुबन्ध को शुरू से ही नियम विरूद्ध बताते हुए इस अनुबंध को लेकर ओसवाल समाज एवं सर्वसमाज में इसका विरोध शुरू से ही मुखर होने लगा था। इस मामले को लेकर नगर के प्रबुद्ध लोगो ने जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी को देकर हस्पक्षेप करने की मांग भी की थी। जिसमें नगर में बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए मध्यम वर्ग व गरीब वर्ग के लिए भामाशाहों द्वारा स्थापित उन्नत गुणवतपरक शिक्षा की पहचान रखने वाले गांधी बालिका स्कूल के व्यवसायिक अनुबंध को विद्यार्थियो के हितों पर कुठाराघात बताया गया था।
ये थे उपस्थित
बैठक में थाना प्रभारी कुलदीप वालिया सहित युवक सम्मेलन अध्यक्ष मांगीलाल सेठिया, सचिव गोविन्द बाफना, बुधसिंह सेठिया, विजयसिंह कोठारी, पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी, एड. अशोक पारीक, एड. निरन्जन सोनी, अजय चौरड़िया, बुद्धिप्रकाश सोनी, सुभाष बेदी, चम्पालाल तंवर, घनश्यामनाथ कच्छावा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश शर्मा, माणकचन्द सराफ, मदनलाल इन्दौरिया, शंकरलाल सामरिया, विद्याप्रकाश बागरेचा, नरेन्द्र भारती, घीसूलाल बागड़ा, मूलचन्द सांखला, दिनेश तंवर, राजेश सुन्दरिया, पवन चितलांगिया, नन्दलाल घासोलिया, गजानन्द जांगीड़, कमल नाहटा, प्रहलादनारायण माटोलिया, पवन रांकावत, शंकर स्वामी, महेश पारीक, श्यामसुन्दर करवा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।