निकटवर्ती गांव तेहनदेसर में एक युवक की गोली मारकर हत्या करने के विरोध में ग्रामिणों ने शव को रखकर प्रदर्शन किया तथा देर शाम वार्ता में मांगे माने जाने के बाद प्रदर्शन समाप्त किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार आशाराम पुत्र दीपाराम ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी कि वह और गुमानाराम भाकर शनिवार को होली की राम-राम करने गांव गये हुए थे तथा शाम को 6 बजे राम-राम करने ढ़ाणी जा रहे थे। पाण्डोराई ताल को पार करते ही पीछे से सफेद बोलेरो कैम्पर गाड़ी आगे आई।
जिसमें से विक्की उर्फ विजेन्द्रपालसिंह, दशरथसिंह, रणजीतसिंह, अजयपालसिंह, प्रतापसिंह पाण्डोराई, प्रमोद वालिया व मोंटीसिंह उतरे। उतरते ही विक्की उर्फ विजेन्द्रपालसिंह ने कहा कि यही है गुमानिया आनन्दपाल ने इसको जान से मारने को कहा है। विक्की व अजयपाल ने पीछे से 2-3 फायर किये तथा दशरथ व मोंटी ने पेट पर फायर किये। तभी पीछे से दूसरी बोलेरो और आई, जिसमें सात-आठ आदमी थे। जिन्होने लाठी व सरियों से मारपीट की। तभी पीछे से आ रही मोटरसाइकिल पर सवार रामूराम व श्रीराम ने हल्ला मचाया तब आरोपीगण भाग गये। घायल गुमानाराम को इलाज के लिए बीकानेर ले गये, जहां पर गुमानाराम ने दम तोड़ दिया। गुमानाराम की हत्या के विरोध एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ग्रामिणों ने शेखावाटी विद्यालय में शव को रखकर रविवार को प्रदर्शन किया। ग्रामिणों ने मृतक के परिवार को सुरक्षा व मुआवजा, गवाहों को सुरक्षा, साण्डवा थानाधिकारी को लाईन हाजिर करने, एसओजी से मामले की जांच करवाने तथा आरोपियों को सात दिन में गिरफ्तार करने की मांग की।
गुमानाराम की हत्या एवं ग्रामिणों के विरोध को देखते हुए चूरू एएसपी राजकुमार चौधरी, सुजानगढ़ एएसपी बुगलाल मीणा, राजगढ़ एएसपी नितेश आर्य, सुजानगढ़ पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी, सहित साण्डवा थाने के अलावा छापर व बीदासर से भी जाप्ता तैनात किया गया। मौके पर पंहूचे खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल, कृषि उपज मंडी चैयरमैन प्रतिनिधि भंवरलाल ढाका, धर्मेन्द्र किलका, सोहनराम लोहमरोड, बीदासर उपप्रधान महेन्द्र लेघा, बम्बू सरपंच भंवरसिंह सहित अनेक ग्रामिण वार्ता में शामिल थे। उच्चाधिकारियों से फोन पर बात कर कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने घटना की एसओजी से जांच करवाने की सहमति जताते हुए मृतक के परिवार को मुआवजे के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजने, साण्डवा एसएचओ सहित पूरे स्टाफ की लापरवाही को लेकर तीन दिन में जांच कर दोषी पाये जाने पर कार्यवाही करने, मृतक के परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया।