सामाजिक कार्यकर्ता बसन्त बोरड़ ने सांसद राहूल कस्वां के माध्यम से रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ज्ञापन प्रेषित कर नोखा-सीकर रेल लाईन बिछाने की स्वीकृति की मांग की है। ज्ञापन में बोरड़ ने लिखा है कि 114 वर्ष पूर्व बीकानेर रियासत के तत्कालीन महाराजा गवर्नमेन्ट ऑफ राजश्री महाराजा गंगासिंह ने बीकानेर से सुजानगढ़ वाया रतनगढ़ छोटी लाईन बिछाई थी। उसके बाद किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। ज्ञापन में बताया गया है कि पिछली सरकार ने करोड़ों रूपये खर्च कर सर्वे भी पूरा करवा लिया, लेकिन करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी नोखा-सीकर वाया बीदासर रेल लाईन परियोजना धूल फांक रही है।
ज्ञापन में उतर पश्चिम रेलवे के जन शिकायत महाप्रबन्धक जयपुर के जवाब का हवाला देते हुए बताया गया है कि नोखा-सीकर वाया बीदासर नई रेलवे लाईन बिछाने की अपडेटिंग सर्वे रिपोट रेलवे बोर्ड में 12 मार्च 2012 से प्रक्रियाधीन है। लेकिन तीन वर्षों में भी रेलवे बोर्ड द्वारा रेल लाईन बिछाने का कार्य अभी तक स्वीकृत नहीं किया गया। ज्ञापन में डेगाना-बीकानेर वाया रतनगढ़, जिसे बंद कर दिया गया है, उसे वापस शुरू करने के साथ ही भगत की कोठी पर 18 घंटे तक खड़ी रहने वाली सूर्य एक्सप्रेस को सुजानगढ़ तक विस्तारित करने की मांग की है।