चार दिन पहले मेगा हाईवे के पास संदिग्ध अवस्था में मिली लाश के रहस्य का खुलासा हो गया है तथा वह हत्या के बजाये दुर्घटना का मामला निकला, जिसे दुर्घटना कारित करने वालों ने उस हादसे के बाद उस घायल व्यक्ति को सड़क से घसीट कर खेतों में ले जाकर डाल दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में पुलिस ने दो जनों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें शनिवार को न्यायालय में पेश किया जायेगा। थानाधिकारी जाकिर अख्तर ने बताया कि 11 फरवरी को सुजानगढ निवासी दानिश पुत्र सफी मोहम्मद छींपा का शव मेगा हाईवे के पास सुजानगढ व लाडनूं के बीच सड़क के एक तरफ के खेत में डाला हुआ मिला था, जिसके चेहरे, सिर व पैरों पर चोटों के निशान पाये गये। प्रथमदृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। मौके पर घसीटने के निशानो से लग रहा था कि कहीं अन्यत्र हत्या की जाकर शव को वहां लाकर डाला गया हो।
इस मामले की रिपोर्ट मृतक के बड़े भाई बशीर मोहम्मद छींपा ने लाडनू पुलिस थाने में दर्ज करवाई। मामले की जांच के लिये एक टीम का गठन किया गया, जिसमें पुलिस उप अधीक्षक भौमाराम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां, सीआई जाकिर अख्तर आदि को शामिल किया गया। जांच के दौरान पता चला कि घटना की रात उसके सामने सड़क पर कोई दुर्घटना हुई थी। पुलिस को कुछ ऐसे लोग मिल गये, जिन्होंने उलटे हुए ऑटो को सीधा करवाया था। उसकी खोजबीन करने पर सुजानगढ तहसील के गुलेरिया गांव में वह आटो मिला, जिसे देखने पर वह क्षतिग्रस्त पाया गया।
पूछताछ करने पर प्रह्लाद सिंह राजपूत व पूनम नायक ने स्वीकार किया कि वे 10 व 11 फरवरी की मध्य रात्रि में ग्राम लैडी¸ से बकरियों को भर कर गुलेरियां जा रहे थे, कि सामने से आ रहे किसी वाहन की हेडलाईट के कारण उन्हें दिखाई नहीं दिया और सामने से आ रहे दानिश से टक्कर हो गई, जिसमें दानिश के सिर व चेहरे पर चोट लगी। उसे मरा हुआ समझ कर उन दोनों ने घबराहट में उसे घसीट कर सड़क के पास के खेत में ले जाकर डाल दिया तथा बाद में राहगिरों की मदद अपने उलटे हुए आटो को सीधा करके वहां से चले गये। पुलिस ने दोनेां को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा।