निकटवर्ती लाडनूं थाना क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर दो जनों के शव मिलने पर पूरे सुजलांचल क्षेत्र में सनसनी के साथ दहशत फैल गई। शवों के मिलने की सूचना पर लाडनूं पुलिस ने दोनों मौकों पर पंहूचकर शवों को अपने कब्जे में लिया। जिनमें से सुजानगढ़ से लाडनूं आने वाले मेगा हाईवे पर पाबोलाव के पास एक खेत में मिले एक शव की पहचान सुजानगढ़ निवासी दानिश पुत्र सफी मोहम्मद छींपा उम्र 28 वर्ष के रूप में हुई। दानिश के शव की कमर व मुंह पर चोटों के निशान थे। मृतक दानिश के पिता मो. सफी छींपा व परिजन असलम मौलानी ने बताया कि दानिश लाडनूं तहसील के गांव रोडू में दुकान करता है।
वह अपने पिता के साथ दुकान गया था और वहां से वापस आने के बाद मोबाईल की मरम्मत करवाने का कह कर गया था, जो वापस नहीं लौटा और तलाश करने पर पता नहीं चला तथा उसका मोबाईल भी बंद आ रहा था। सुबह जानकारी मिलने पर वे लोग घटनास्थल पर आये तो उन्हें दानिश का शव मिला। मृतक के शरीर पर चोटों के निशान होने के कारण उसे हत्या का मामला माना जा रहा है। परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या किसी अन्य स्थान पर कर शव को यहां लाकर डाला गया है। शव पर लाठी की चोटें होना प्रतीत हो रही है।
दूसरा शव लाडनूं तहसील के गांव दूसरा टोकी -चन्द्राई के पास रोही में मिला। जिसकी पहचान रमेश पुत्र नारायण रैगर उम्र 43 वर्ष निवासी टोकी-चन्द्राई के रूप में की गई। मृतक के भाई रामूराम पुत्र नारायण रैगर ने पुलिस को बताया कि मृतक काफी समय से बीमार चल रहा था। संभावना है कि उसने दवा की ओवरडोज ले ली या कोई नशे की दवा जयादा मात्रा में सेवन कर ली, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों मृतकों के शव अपने कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम लाडनूं के राजकीय चिकित्सालय में करवाकर शव पजिनों को सुपुर्द कर दिये। पुलिस द्वारा दोनों मामलों की जांच की जा रही है।
सुजानगढ़ में किया प्रदर्शन
सुजानगढ़ निवासी दानिश पुत्र सफी मोहम्मद छींपा के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लाडनूं पुलिया पर लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर जलाकर तथा ईंटे रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग 65 जाम कर दिया। लेकिन गणेश मन्दिर के पास से रास्ता होने के कारण वाहनों की कतारें नहीं लगी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तीन दिन में कार्यवाही नहीं होने पर लाडनूं में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। हाईवे जाम की सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी, सीआई कुलदीप वालिया ने मय जाप्ते के पंहूचकर लोगों को समझाकर रास्ता खुलवाया।