श्रीदेवसागर सिंघी जैन मन्दिर के शताब्दी समारोह के अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन का देर रात तक श्रोता हास्य रचनाओं के सागर में खूब लोट-पोट हुए। सिंघी मन्दिर मैरिज गार्डन में सोमवार रात्री को आयोजित कवि सम्मेलन का आगाज दिल्ली की कवियत्री रितु गोयल ने मां शारदे की वन्दना से किया। दिल्ली के युवा हास्य कवि चिराग जैन ने अपनी हास्य क्षणिकाओं से खूब गुदगुदाया। जैन के ‘सम्बन्ध गुगल से शुरू होकर ऑलेक्स पर बिक रहे हैं’ एवम् ‘मेरे पिता ने मुझे बचपन में गुड़िया से खेलने नहीं दिया’ को खूब दाद मिली।
उनकी रचना सच कोई भी मां अनपढ़ नहीं होती पसन्द की गई। कवियत्री रितु गोयल की कविता चिड़िया और मां खूब पसन्द की गई। उनकी अध्यापक पर रचना अ से अनार को करतल ध्वनी से सराहना मिली। दिल्ली के व्यंग्यकार वेदप्रकाश वेद ने अपनी छोटी-छोटी व्यंग्य रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया। भ्रष्टाचार व मिलावटखोरी पर उन्होने चले थे कचरे से बिजली बनाने, आ गये लीद से धनिया बनाने और काली मिर्च बोओ तो पपीते उगते हैं को खूब सराहना मिली। उन्होने प्रदूषित खाद्य पदार्थों के सम्बन्ध में तीखी रचना प्रस्तुत करते हुए मिलावटखोरी को आतंकवाद से भी बड़ा बताया।
कवि सम्मेलन को राष्ट्रीयता के स्वरों से नई ऊंचाईयां प्रदान करने वाले अलवर के वीर रस के कवि विनित चौहान ने औज से परिपूर्ण अपनी वाणी से उपस्थित श्रोताओं की रगों में राष्ट्रभक्ति का संचार किया। विनित चौहान की पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए सेना ने जिस दिन ठान लिया यह पाकिस्तान नहीं होगा पर खूब तालियां बजी। चितौड़गढ़ के गीतकार रमेश शर्मा के गीतों को श्रोताओं ने खूब सराहा। हास्य कवि अरूण जैमिनी ने अपनी हास्य रचनाओं से श्रोताओं को लोटपोट कर दिया। कवि सम्मेलन का संचालन कवि चिराग जैन व विनित जैन ने किया।