शहर के राजकीय चिकित्सालय में इन दिनों मौसमी बिमारियों के मरीजों का आउटडोर निरन्तर बढ रहा है, अस्पताल में पैर रखने की जगह नही मिल रही है। चिकित्सकों के कक्षों में मरीजों की अत्यधिक संख्या के कारण मरीजों एवं चिकित्सकों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। प्रदेश स्तर पर स्वाइन फ्लू के कहर के कारण लोग भयभीत है और शहर में स्वाइन फ्लू रोगी मिलने से चिकित्सा विभाग हडकम्प मचा हुआ है।
एहतियात के तौर पर चिकित्सा विभाग ने शहर के वार्डो में घर-घर सर्वे कर रहे हैं। चिकित्सा विभाग के उमेश धाभाई ने बताया कि सोमवार को राजकीय गणेशीराम उच्च प्राथमिक बालिका विद्यालय में 28 बालिकाओं का चेकअप कर सर्दी जुखाम की दवाई दी। चार बालिकाओं को टेमू फ्लू दवाई दी। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नं 10 में 29 बच्चों को मौसमी बिमारियों की दवाई दी गई, राजकीय भराड़िया माध्यमिक विद्यालय में 76 बालिकाओं का चेकअप कर एक बालिका को टेमू फ्लू दवाई दी। सरकारी अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि एक सप्ताह के दौरान प्रतिदिन एक हजार से लेकर तेरह सौ से अधिक मरीजों की मेडिकल रिलिफ सोसायटी की पर्ची कट रही है। प्रतिदिन आने वाले रोगियों की पर्ची काटने वाले सुभाष जाटोलिया ने बताया कि 9 फरवरी 610, 10 फरवरी 990, 12 फरवरी को 900, 13 फरवरी को 1250, 14 फरवरी 1325, 16फरवरी को सुबह तक 581 रोगी का आउडोर की पर्ची कटी है। रोगियों ने बताया मरीजों की भारी भीड के कारण उन्हे परेशानी का सामना करना पड रहा है।
एक रोगी ने कहा कि मरीजों की संख्या को देखते हुए चिकित्सको की संख्या बढानी चाहिए ताकि मरीजों को समय पर उपचार उपलब्ध हो सके। ब्लॉक सी.एम.एच.ओ. डा. महेश वर्मा ने बताया कि सुजानगढ शहर में सर्वे के लिए दस चिकित्सकों के साथ बीस टीमें गठित की गई और सोमवार को कस्बे के बीस वार्डो में 6500 घरों का सर्वे किया गया जिनमें 286 रोगियों को सर्दी जुखाम की दवाई दी गई ।
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