चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव एस.एम. बरार एवं सुनीलसिंह ने संयुक्त रूप से कस्बे के राजकीय बगड़िया चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में दोनो अधिकारियों ने सफाई व्यवस्था पर बार-बार टिप्पणियां करते हुए ठेकेदार को दस दिन में व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश देते हुए सुधार नहीं होने पर ठेका निरस्त करने की चेतावनी दी। ज्वाइंट डायरेक्टर सुनीलसिंह ने अस्पताल की दीवारों एवं खिड़कियों तथा शीशों पर लगे स्टीकरों को देखकर नाराजगी जताते हुए तुरन्त ही हटाने के निर्देश दिये। मेल नर्स एवं स्टोर इंचार्ज मूलसिंह मीणा को टूटे फूटे सामान की लिस्ट तैयार करने तथा वार्डों, गैलरियों एवं अस्पताल परिसर में जगह-जगह पड़े टूटे -फूटे सामान को वहां से हटाने तथा उनकी लिस्ट बनाकर देने के निर्देश दिये।
अस्पताल में जगह-जगह लटक रहे बिजली के तारों को पिन-अप करवाने, पंखों की सफाई करवाने, ट्यूबलाईट, बल्बों को जलाने तथा फ्यूज के स्थान पर नये लगाने के निर्देश दिये। अधिकारियों ने पट्टी कक्ष, मोर्चरी रूम की सफाई व्यवस्था पर असन्तोष जताते हुए इनके प्रभारियों को समूचित सफाई करवाने के निर्देश दिये। अधिकारियों ने टॉयलेट व बाथरूम की जांच करते हुए वहां पर नल नहीं होने, नल के पास साबून रखने, बाल्टी, मग रखने, कपूर की गोलियां व डियोड्रेन्ट रखने के ठेकेदार को सख्त निर्देश दिये। वार्डों के दौरे के दौरान सीढ़ियों के नीचे जमा कचरे को हटाने, वार्डोँ, चिकित्सकों के कक्षों में लगे जालों को हटाने के निर्देश दिये। चिकित्सालय की बिगड़ी सफाई व्यवस्था पर अधिकारियों द्वारा पीएमओ डा. जेके सकरवाल से जवाब मांगे गये तो पीएमओ से जवाब देते नहीं बन रहा था। अधिकारियों ने पीएमओ को वार्डोँ में खिड़कियों के पर्दे लगवाने के निर्देश दिये।
इनकी तरह रखो सफाई
निरीक्षण के दौरान डा. मैनपालसिंह के कक्ष का निरीक्षण करते समय अधिकारियों ने पीएमओं सहित सभी उपस्थ्तिजनों को कहा कि इनके कक्ष की सफाई देखो, इसी प्रकार की सफाई पूरे अस्पताल में होनी चाहिये।
डा. मधु जैन को दिया नोटिस
नेत्र रोग चिकित्सक डा. मधु जैन के कक्ष केे निरीक्षण के दौरान वहां पर ब्राण्डेड कम्पनियों का सामान मिलने पर अधिकारियों ने डा. जैन को सरकार की मंशा के विपरित ब्राण्डेड कम्पनियों का सामान रखने पर फटकार लगाते हुए चिकित्सकों की बैठक में नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसी प्रकार डा. एन. के प्रधान के कक्ष में ब्राण्डेड कम्पनी का स्टीकर लगा होने पर अधिकारियों ने उन्हे भी फटकार लगाते हुए कहा कि आपका सरकार की योजना में विश्वास नहीं है क्या?्
37 कर्मचारी फिर भी नहीं हो रही सफाई
चिकित्सालय में कार्यरत 22 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं 15 ठेकेदार के कर्मचारियों के बावजूद अस्पताल में सफाई नहीं होने पर अधिकारियों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि अब से सफाई नहीं मिलने पर ठेकेदार के पैसे कटेंगे तथा कर्मचारियों को नोटिस दिया जायेगा। अधिकारियों ने कहा कि सभी का एरिया निर्धारित कर इन्हे जिम्मेदारी सौंप दें, ताकि ये एक-दूसरे पर काम नहीं करने का बहाना नहीं तलाश सके। अधिकारियों ने कहा कि सभी चिकित्सक एवं प्रभारियों के समुचित सफाई होने के सम्बन्ध में लिखकर देने पर ही ठेकेदार को भूगतान करें।
मुझे नहीं पता कि मैं प्रभारी हूं
चिकित्सकों की बैठक के दौरान अस्पताल के बाहरी परिसर की सफाई पर चर्चा हो रही थी तो अधिकारियों ने पूछा कि बाहरी सफाई का प्रभारी कौन है, तब पीएमओ ने कहा कि डा. राजेन्द्र टण्डन है। जिस पर डा. टण्डन से सवाल-जवाब करने पर डा. टण्डन ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं प्रभारी हूं।
ये थे उपस्थित
चिकित्सालय के निरीक्षण एवं चिकित्सकों की बैठक के दौरान ब्लॉक सीएमएचओ डा. महेश वर्मा, पीएमओ डा. जे.के. सकरवाल, डा. मैनपालसिंह, डा. जाटोलिया, डा. एन. के. प्रधान, डा. मधु जैन सहित चिकित्स्कीय एवं नर्सिंग स्टाफ उपस्थित था।