
महिला मरीज का ऑपरेशन किये बिना टांके लगाने के मामले में रविवार को तुल पकड़ते हुए आरोपी चिकित्सक के समर्थन में विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने पीएमओ को ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है, वहीं दूसरी ओरी पीड़िता के समर्थन में आये संगठन के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर से आई जांच को अपने बयान दिये।
रविवार सुबह राजकीय बगड़िया चिकित्सालय में भारतीय मजदूर संघ जोधपुर डिस्कॉम, चूरू, के उपाध्यक्ष राजूसिंह भाटी, श्री करणी शिक्षा एवं शोध संस्थान गोपालपुरा चूरू के डा. करणीदान चारण एड., वीर तेजा संस्थान, सुजानगढ़ की सचिव डा. आरती चारण ने जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोपी चिकित्सक को निर्दोष बताते हुए पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोषवाल पर चिकित्सक के साथ ड्यूटी के दौरान दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी ओर पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोषवाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि प्रकरण में जिला कलेक्टर द्वारा गठित जांच टीम के डा. डी. आर. जाटोलिया ने उन्हे बयान देने के लिए आज रविवार को 11 बजे राजकीय बगड़िया चिकि त्सालय में बुलाया था, जहां पर आरोपी चिकित्सक नरेन्द्रसिंह राठौड़ ने अपने बदमाश लोगों को बुलाकर अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया, ताकि बयान नहीं हो सके। उसके बाद जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी चूरू, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी एवं पी.एम. ओ. ने महावीर पोसवाल, हीरालाल, तीजूदेवी, कालूलाल के बयान दर्ज किये। इसी प्रकार इण्डियन मेडीकल एसोशियसन के अध्यक्ष डा. वी.एस. घोड़ावत, सचिव डा. एन.के. प्रधान, उपाध्यक्ष डा. दिलीप सोनी, उप सचिव डा. वासुदेव मिश्रा, डा. मधुसूदन शर्मा व डा. वी.एस. टण्डन के सानिध्य में हुई बैठक में डा. एन.एस. राठौड़ के खिलाफ की गई कार्यवाही की निन्दा की गई।
एसोशियसन अध्यक्ष वरिष्ठ सर्जन डॉ. वी.एस. घोड़ावत ने बताया कि सर्जरी के दौरान इस तरह की परेशानी आती रहती है एवं मरीज का जीवन बचाने के लिए इस प्रकार के निर्णय लेने पड़ते हैं, जो कि एक सामान्य प्रक्रिया है। सनद रहे कि गत पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर राजकीय चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक नरेन्द्र सिंह राठौड के द्वारा महिला रोगी के इलाज में पैसे की डिमाण्ड पुरी न होने पर आपरेशन अपूर्ण करनें की शिकायत की है।
पोसवाल ने शिकायत पत्र में सुजानगढ कस्बे के वार्ड नम्बर 25 की रहने वाली मुन्नीदेवी पत्नी हीरालाल प्रजापत के बच्चेदानी में प्रोबलम होने पर राजकीय बगडिया चिकित्सालय में भर्ती करवाया जिस पर मरीज की सम्पूर्ण जांचे बाहर से करवाने के बाद रोगी को आपरेशन करवाने को कहा और दुसरे दिन रोगी का आपरेशन करने के 最佳的在线扑克 लिए थियेटर में ले जाकर महिला रोगी को पेट का चीरा लगा कर ऑपरेशन किये बिना ही वापस टांके लगा देने का आरोप लगाया था।