मरूदेश संस्थान एवं संगीत साधना संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में सिंघी गार्डन में सिने जगत के महान संगीतकार स्व. खेमचन्द प्रकाश की 108 वीं जयन्ति पर संगीत सभा का आयोजन किया गया। शंकरलाल सामरिया की अध्यक्षता एवं नगरपरिषद सभापति के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि युवा समाजसेवी चेतनप्रकाश सिंघी, प्रकाशचन्द सोनी व गिरधर शर्मा थे। स्व. खेमचन्द प्रकाश के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित कर अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मरूदेश संस्थान अध्यक्ष घनश्यामनाथ कच्छावा ने आयोजकीय पृष्ठभूमि को रेखांकित करते हुए खेमचन्द प्रकाश के जीवन पर प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने खेमचन्द प्रकाश की स्मृति को अक्षुण्य बनाये रखने के लिए उनकी मातृभूमि पर प्रतिमा लगाने की मांग की। मुकेश रावतानी के संयोजन में आयोजित संगीत सभा में कलाकारों ने खेमचन्द प्रकाश के संगीतबद्ध रचनाओं को सुनाकर उनकी स्मृति को प्राणवान बनाया। डा. अरूणा ोनी ने महल फिल्म का लोकप्रिय गीत आयेगा आने वाला की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात शंकर करवा ने तानसेन फिल्म का रूमझूम-रूमझूम चाल तिहारी प्रस्तुत कर दाद पाई। संदीप सोनी व भारती शर्मा ने फिल्म सावन आया रे का गीत ए दिल ना मुझे याद दिला बातें पुरानी और तारा प्रजापत ने चंदा रे जा रे जा प्रस्तुत कर श्रोताओं को आनन्दित किया। सांवरिया बालम ने फिल्म जिद्दी का गीत मरने की दुआयें क्यूं मांगू और विकास खेड़ा द्वारा फिल्म सावन आया रे का गीत ठण्डी ठण्डी रात में चांदी की बरसात में को खूब करतल ध्वनी से सराहा गया।
कार्यक्रम में कैप्टन हनुमान चन्देलिया, ललित शर्मा, रफीक राजस्थानी, विकास गुर्जर, सत्यनारायण करवा, सुनीता रावतानी, नुपूर जैन, खालिद गौरी, मनोज मितल, नन्दलाल जगवानी, रामप्रसाद करवा, जयचन्दलाल पीपलवा, किशोर सैन ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में राधेश्याम मानव, कमला सिंघी, ओमप्रकाश तूनवाल, प्रकाश तेजस्वी, सत्यनारायण स्वामी सहित अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्वरसाम्राज्ञी लता मंगेशकर ने ट्विटर पर लिखा है कि खेमचन्द प्रकाश जन्म दिन पर श्रद्धांजली अर्पित करती है। खेमचन्द प्रकाश के गीत से ही उनका कैरियर मजबूती से आगे बढ़ा। स्वर साम्राज्ञी के इस ट्यूट की कार्यक्रम में चर्चा रही।