
यंग्स क्लब के 42 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में सुनील कुमार डोसी के सौजन्य से आयोजित स्व. नोरतनमल कंचनदेवी डोसी स्मृति प्रतिभा सम्मान समारोह का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर अतिथियों द्वारा किया गया। क्लब अध्यक्ष निर्मल कुमार भूतोडिय़ा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपरिषद सभापति डा. विजयराज शर्मा ने कहा कि सम्मान से प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता है। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी ने कहा कि प्रतिभाओं को तराशनें में यंग्स क्लब का योगदान सराहनीय है।
क्लब के सांस्कृतिक सचिव गिरधर शर्मा ने आयोजन की पृष्ठभूमि को रेखांकित करते हुए क्लब की गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। क्लब अध्यक्ष निर्मल भूतोडिय़ा ने क्लब की 42 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डाला। समारोह के विशिष्ट अतिथि समाजसेवी कन्हैयालाल डूंगरवाल थे। इस अवसर पर वीणा कैसेट के माध्यम से राजस्थानी माटी की खुशबू को देश-विदेश के कोने-कोने तक पंहूचाने वाले केशरीचन्द मालू, राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतज्ञ फतेहसिंह गंगाणी, नगर की प्रथम महिला आईएएस डा. ऋचा पाण्डेय सहित विशिष्ट सेवायें प्रदान करने वाले पर्यावरण nbso प्रेमी रतनसिंह धनकड़, स्नेक मास्टर विजयकुमार प्रजापत, गौ सेवक मूलचन्द तिवाड़ी, नवलकिशोर जांगीड़, कमला सिंघी, सुरेन्द्र कुमार शर्मा, रामचन्द्र टेलर, देवकृष्ण मालपानी का शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। सम्मान प्राप्त करने के उपरान्त केशरीचन्द मालू ने जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए राजस्थानी भाषा, साहित्य व संगीत को आत्मसात करने का आह्वान किया।
फतेहसिंह गंगाणी ने इस अपने जीवन का श्रेष्ठतम सम्मान बताया। वहीं आईएएस डा. ऋचा पाण्डेय ने निष्ठापूर्वक शिक्षा प्राप्त कर लक्ष्य प्राप्ति का आह्वान किया। इस अवसर पर शिक्षा, क्रीड़ा आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने वाले नगर की 71 प्रतिभाओं को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र तथा स्वीट पैकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। अतिथियों का स्वागत क्लब के विमलसिंह भूतोडिय़ा, हाजी मोहम्मद, गोपाल चोटिया, अयूब खां, विनय शर्मा, अंकित चोटिया ने किया। इस अवसर पर संत कानपुरी जी महाराज, न्यायाधीश रविकान्त सोनी, एड. नरेन्द्र भोजक, हेमन्त शर्मा, मधुसूदन अग्रवाल, हाजी नत्थू गौरी, मदनलाल इन्दौरिया, देवेन्द्र कुण्डलिया सहित अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन घनश्यामनाथ कच्छावा एवं गिरधर शर्मा ने किया।