दस्साणी भवन में साध्वी संयमश्री के सानिध्य में तुलसी जन्म शताब्दी कार्यक्रम की अध्यक्ष तेरापंथ सभा के मंत्री विजयसिंह बोरड़ ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपरिषद सभापति डा. विजयराज शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि कानपुरी जी महाराज, बुद्धिप्रकाश सोनी थे। कन्या मण्डल की बालिकाओं द्वारा मंगलाचरण कर कार्यक्रमका शुभारम्भ किया गया। तत्पश्चात ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा परिसंवाद प्रस्तुत किया। इसके पश्चात कन्या मण्डल ने गीतिका प्रस्तुत की।
विजयसिंह बोरड़, सभापति डा. विजयराज शर्मा, कानपुरी जी महाराज एवं बुद्धिप्रकाश सोनी ने अपने विचार व्यक्त किये। इसके बाद महिला मण्डल ने गीतिका प्रस्तुत की। आचार्य तुलसी और राजस्थानी साहित्य पर शोध कर रहे युवा साहित्यकार एड. घनश्यामनाथ कच्छावा का सम्मान किया गया। साध्वी सहज प्रभा ने बताया कि देश की आजादी के समय आचार्य तुलसी ने अणुव्रत आन्दोलन का सूत्रपात किया। उन्होने कहा कि सभी अपने बच्चों को परमहंस बनते देखना चाहते हैं।
कार्यक्रम में सभापति डा. विजयराज बोरड़, कानपुरी जी महाराज, बुद्धिप्रकाश सोनी, वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूलाल तेजस्वी, पत्रकार अमित प्रजापत का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में कमल डागा, संजू कोठारी, देवेन्द्र कुण्डलिया, निर्मल भूतोड़िया, रतन भारतीय, विजय कोठारी, तिलोकचन्द कोचर, खड़गसिंह बांठिया, बसन्त बोरड़, मनोज बाफना, उम्मेदसिंह गोलछा, राकेश बाफना आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन साध्वी संयमश्री ने मंगलपाठ सुनाकर किया। विजयसिंह बोरड़ ने आभार व्यक्त किया। अतिथियों का स्वागत अजय चौरड़िया, निर्मल भूतोड़िया, बसन्त बोरड़, विजयसिंह बोरड़, देवेन्द्र कुण्डलिया ने किया। संचालन जयश्री कुण्डलिया ने किया।