राजकीय महाविद्यालय के छात्रों ने प्राचार्य को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर अनुसूचित जाति-जनजाति एवं विशेष पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रावास छात्रवृति दिलाने की मांग की है। ज्ञापन में छात्रों ने लिखा है कि वे दूर-दराज के गांव और ढ़ाणियों से महाविद्यालय में उच्च शिक्षा के लिए पढ़ने आते हैं तथा गांव-ढ़ाणी से आगवागमन का सीधा साधन नहीं होने तथा यहां पर राजकीय छात्रावास नहीं होने के कारण किराये का मकान लेकर रहना पड़ता है। ज्ञापन में लिखा है कि पिछले दशक से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले अनुसूचित जाति-जनजाति एवं विशेष पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को समाज कल्याण विभाग के नियमानुसार छात्रावास छात्रवृति प्राप्त होती आई है, समाज कल्याण के नियमों का हवाला देकर छात्रवृति से वंचित करने की कुचेष्टा प्राचार्य व प्रशासन द्वारा की जा रही है।
ज्ञापन में छात्रों ने अनुसूचित जाति-जनजाति एवं विशेष पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए राजकीय छात्रावास का निर्माण करवाने, छात्रावास छात्रवृति दिलाने, महंगाई के हिसाब से छात्रवृति की राशि बढ़ाने, ग्रामीण छात्र-छात्राओं को स्कूटी, लैपटॉप दिलवाने की मांग की गई है। छात्र नेता मदन मेघवाल के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधि मण्डल में जोगेन्द्र मीणा, अनुराधा मेघवाल, भानीराम, मुकेश कुमार, जयप्रकाश, भूराराम, जीतूराम नायक, भूराराम बावरी सहित अनेक छात्र-छात्रायें शामिल थे।