
जम्मू कश्मीर में आई प्राकृतिक आपदा में सुजानगढ़ के वार्ड नं. 25 के एक सौ से अधिक लोग फंसे हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ में फंसे लोगों के परिजनों ने केन्द्र व राज्य सरकार के साथ जम्मू कश्मीर सरकार से वहां फंसे लोगों की मदद के लिए गुहार लगाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रोजगार की तलाश में जम्मू कश्मीर जाकर जूते-चप्पल गांठने व पॉलिश कर अपने परिवार का पेट पालने वाले सांसी जाति के ये लोग जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के बरमालु मिस्त्री अड्डा हाजी बस्ती में रहते थे। कस्बे के वार्ड नं. 25 के निवासी हैं।
राजेश, बाबुलाल रैगर ने बताया कि जम्मू कश्मीर में मेहनत मजदूरी करने उनके परिजन अपने परिवार सहित कईं माह पूर्व गए थे। जिनसे जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों आई प्राकृतिक आपदा के बाद से सम्र्पक नही होने से परिवार के सदस्य चिंतित है। दूर्गादेवी ने बताया कि उसके परिवार के सदस्य छह माह पूर्व श्री नगर में काम करने गए थे। पहले रोजाना टेलीफोन पर बात होती थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह से सम्र्पक नहीं हो पा रहा है।
वे लोग बाढ़ में फंस गये हैं सरकार से गुहार है कि उनकी मदद करे। सीतादेवी ने बताया कि पवन कुमार पुत्र मदन लाल, रविकुमार, सुगना, किरण, बच्ची लक्ष्मी, नेमाराम, राकेश, पप्पु, ताराचंद पुत्र गंगाराम, मैना धर्मचंद, सोहनराम, प्रवीण, श्रवण कुमार, प्रकाश, सीलू मिचाराम, सुरेश, प्रियंका, अजय, बनवारी, कालु, सुमन फंसे हुए है। राजेश कुमार ने बताया कि रमेश कुमार, सन्तरा, सुनील, अनिल, राकेश, सुकेश, रहिसा, सोनू, अजय, आरती, ज्योति से पिछले चार दिनों से सम्र्पक नही हुआ है। सुजानगढ के अलावा ग्राम मलसीसर, गुडावड़ी, छापर रोडू भीमसर, खोड़ा के लोग भी फंसे हुए।
परिवारजन है मायूस – जम्मू कश्मीर की बाढ़ में फंसे परिजनों से लगातार सम्पर्क नही होने के कारण परिवार के लोगों की चिंता बढ रही है। मंगलवार को जम्मू कश्मीर में बाढ में फंसे लोगो के परिवार के सदस्यों ने मिडिया से मिल कर सरकार से मदद की गुहार की है।
इनका कहना है:-
मेरे पास जम्मू -कश्मीर में फंसने के बारे कोई सूचना नही है, सूचना मिलेगी तो हर सम्भव मदद की जाएगी। सराकार को सूचना भेजी जाएगी। फतेह मोहम्मद खान उपखण्ड अधिकारी सुजानगढ चूरू