
अगुणा बाजार स्थित रामचन्द्र बगडिय़ा मन्दिर मार्ग पर शुक्रवार सुबह टूट कर किसी पुरानी हवेली के सहारे टिका बिजली का पोल देर शाम को विभाग के कर्मचारी ठीक करने आये। विद्युत पोल के क्षतिग्रस्त होकर पुरानी हवेली पर टिकने के कारण दिन भर आवागमन बाधित रहा है तथा उससे आगे के मकानों की विद्युत आपूर्ति बाधित रही। दुकानदारों एवं गली के निवासियों द्वारा सुबह से लेकर शाम तक सैंकड़ों फोन विद्युत विभाग के कार्यालय एवं अधिकारियों को करने के बाद अधिकारियों की आंख खुली और देर शाम को उन्होने पोल बदलने के लिए कर्मचारी भेजे।
समाचार लिखे जाने तक पोल बदलने का काम जारी था। विभागीय लापरवाही एवं कुम्भकर्णी नींद में सोने का इससे बड़ा और क्या सबूत हो सकता है कि मुख्य बाजार को जोडऩे वाली आम सड़क पर सुबह करीब सात बजे विद्युत पोल टूट कर पास ही पुरानी हवेली पर टिक गया और बार-बार फोन करने के बाद भी देर शाम को सूर्यास्त के बाद विभागीय अधिकारियों की आंख खुलती है और उन्हे सुबह से किये जा रहे फोनों की आवाज सुनाई देती है। तब जाकर वे कर्मचारियों को पोल बदलने के लिए भेजते हैं। तब तक उनकी बला से चाहे कोई हादसा ही क्यों ना हो जाये?