सुजानगढ तहसील के ग्राम चरला के राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में अध्यापकों के रिक्त पदों व कक्षा कक्ष के कमरों के अभाव सें विधार्थीयों को हो रही परेशानियों से आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह 8 बजे विद्यालय परिसर के आगे एकत्रित होकर शिक्षा विभाग व सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। करीब 9 बजे प्रधानाचार्य राकेश रांकावत ने ग्रामीणों सें वार्ता कर इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारीयों सें मौके पर ही बातचीत की व जल्द ही व्यवस्था में सुधार करवाने का आश्वासन दिया तो ग्रामीण मान गए। इस दौरान धर्मपाल गोदारा , लिछमणराम मेघवाल , मनसुख गोदारा, शेराराम मेघवाल , धर्माराम नायक , मोडुराम जाट , भंवरलाल प्रजापत , सांवताराम मेघवाल , कुलदीप मेघवाल , आमाराम प्रजापत , दीपाराम सेरड़ीया आदी मौजुद थे ।
कमरो के अभाव के कारण बाहर बैठकर करते है पढाई नौनिहाल
सरकार की अनदेखी के चलते कमरों के अभाव व शिक्षकों की कमी सें जुझ रहे विधालय में नन्हे नन्हे बच्चों को मजबुरन बालु रेत पर दरियां बिछाकर बैठना पड.ता है ।
शिक्षक एक काम अनेक
इस विद्यालय में कक्षा एक सें पांच तक के करीब 165 विधार्थीयों को पढाने के लिए महज एक शिक्षक की व्यवस्था है ऑफिस का कार्य व अन्य गतिविधियों का संचालन तथा पांच कक्षाओं को पढाना एक श्क्षिक के लिए संभव नहीं है। हालांकि आरटी एक्ट के तहत 30 बच्चों पर एक शिक्षक अनिवार्य है ।
6 सें 12 तक 4 शिक्षक
विद्यालय में कक्षा 6 सें 12 तक के विधार्थीयों को पढाने के लिए 4 शिक्षक कार्यरत है, जिनमें सें एक शिक्षक को प्रधानाचार्य का कार्यभार भी संभालना पड़ता है। कक्षा 11 व 12 के विधार्थियों को पढाने के लिए व्याख्याता की भी कोई व्यवस्था नहीं है। गणित व अंग्रेजी के शिक्षकों का पद लम्बे समय सें रिक्त चल रहे है ।
नहीं है पोषाहार की व्यवस्था
विद्यालय स्टाफ ने बताया कि गत 3 जुलाई के बाद सें पोषााहार की भी कोई व्यवस्था नहीं है। आसपास के विद्यालयों में भी खाद्य सामग्री न होने के कारण कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई है ।
इनका कहना है
गांव के लोगों द्वारा सुबह 8 बजे विधालय के आगे प्रर्दषन करने की जानकारी मैने उच्चाधिकारीयों को दे दी है व ग्रामीणों को जल्द ही व्यवस्था में सुधार का आष्वासन दिया है ।
राकेष रांकावत
कार्यवाहक प्रधानाचार्य
राजकीय उमावि चरला