लम्बे इंतजार के बाद हुई बारिश के तीन दिन बाद भी कस्बे के होली धोरा मौहल्ले में बरसाती पानी का भराव होने से मौहल्लेवासियों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसाती पानी के भराव के कारण मौहल्ले के 45 घरों के आवागमन का रास्ता बंद हो गया है। जिसके कारण इन परिवारों काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक खेमाराम मेघवाल का वार्ड होने के बावजूद भी इस मौहल्ले के वाशिंदे बरसाती पानी के भराव की समस्या से लम्बे समय से जुझ रहे हैं। लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। मौहल्ले में स्थित सुजानगढ़ शिक्षण संस्थान एवं मदरसे का रास्ता बंद होने से सैंकड़ों बच्चों की पढ़ाई बाधित होने की सम्भावना है।
दुलियां स्कूल का भी एक तरफ का रास्ता बरसाती पानी के कारण बंद हो गया है। दुलियां स्कूल का खेल मैदान बरसाती पानी का तालाब बन गया है। तीन दिनों से मौहल्ले को सालासर रोड़ से जोडऩे वाले इस रास्ते पर पानी भरा होने के बाद भी आज दिन तक नगरपरिषद, तहसील या उपखण्ड कार्यालय का एक भी कर्मचारी या अधिकारी मौके पर नहीं पंहूचा। जबकि पिछले वर्ष पानी के भराव के कारण तत्कालीन विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल व जिला कलेक्टर ने मौके पर पंहूचकर 6 जनरेटर सेट लगवाकर पानी की निकासी करवाई थी। लेकिन पानी भराव के तीन दिन बाद भी प्रशासन के एक भी नुमाइंदे ने इस ओर झांकना भी मुनासिब नहीं समझा। बरसाती पानी के कारण मौहल्ले के रमजान खां, सुल्तान खां, भंवरू खां, ईसब खां, ताजू खां, मुश्ताक खां, खादिम खां, पीरू खां, जल्ले खां, पप्पू खां, भालू खां, शौकत खां, इकबाल खां, सुभान खां, वजीद खां सहित 45 परिवारों के आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है।
मौहल्ले के नूर मोहम्मद कायमखानी, रफीक खान, इमरान खान, सफी खां, ताजू खां ने बताया कि पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम करने के लिए नगरपरिषद से सैंकड़ों बार लिखित एवं मौखिक निवेदन किया जा चूका हैं, लेकिन पानी निकासी के लिए नगरपरिषद द्वारा अभी तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये गये हैं। मौहल्लेवासियों का आरोप है कि प्रशासन समस्या के समाधान के लिए गम्भीर नहीं है। जिसके कारण ही होलीधोरा वासियों को प्रतिवर्ष इस समस्या से दो चार होना पड़ता है।