कातर छोटी में प्रशासन ने हटाया अतिक्रमण

Encroachment

गांव कातर छोटी से गुजरने वाले स्टेट हाईवे के दोनो ओर बस स्टैण्ड पर दुकानदारों द्वारा किये गये अतिक्रमण को प्रशासन ने शुक्रवार को हटा दिया। गत दिनों सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में ग्रामिणों द्वारा की गई अतिक्रमण की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए प्रशासन ने हाईवे के दोनो तरफ 30-30 फीट जमीन अतिक्रमियों से खाली करवाई है।

जनसुनवाई में ग्रामिणों द्वारा शिकायत किये जाने के बाद बीदासर तहसीलदार सुशीलकुमार सैनी ने 16 जुन को दुकानदारों को नोटिस जारी कर तथा दुकानदारों द्वारा स्वयं पहल नहीं करने पर टीम गठित कर अतिक्रमण हटाने के आदेश दिये थे। नोटिस जारी होने के बाद भी दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाये जाने पर प्रशासन ने शुक्रवार को कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण हटा दिये।

भीड़ को खदेड़ा
अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को देखने के लिए एकत्रित हुई भीड़ से कार्यवाही में बाधा आती देख पुलिस ने दो-तीन बार भीड़ को खदेडऩा पड़ा।

दुकानदारों ने की एक समान कार्यवाही की मांग
अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान दुकानदारों ने बीदासर तहसीलदार सुशील कुमार सैनी से एक समान कार्यवाही करने की मांग की। जिस पर तहसीलदार सैनी एवं साण्डवा थाना प्रभारी राणीदान चारण ने दुकानदारों को आश्वस्त किया कि किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जायेगा तथा समान रूप से कार्यवाही की जायेगी। साण्डवा थानाधिकारी ने ग्रामिणों को समझाया कि आपके अतिक्रमण करने से सड़क पर आये दिन जाम लग जाता है। जिससे निजात पाने के लिए दुकानों के आगे किये गये अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की जा रही है।

दुकानदार स्वयं ही हटाने लगे अतिक्रमण
प्रशासन को कार्यवाही करते देख कुछ दुकानदार स्वयं ही अपने द्वारा किया गया अतिक्रमण हटाने लगे। फिर भी प्रशासन ने पूरा अभियान अपनी देख-रेख में चलाते हुए अधिकतर अतिक्रमण हटवाये।

दुकानदारों ने किया विरोध
अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान कुछ दुकानदारों ने हल्का विरोध भी किया। लेकिन प्रशासन की सख्ताई के आगे उनका विरोध ज्यादा देर टिक नहीं सका।

तीन दिन बाद फिर हटाया जायेगा अतिक्रमण
बीदासर तहसीलदार सुशीलकुमार सैनी ने बताया कि तीन-चार दिन बाद ईंयारा फांटा, साण्डवा, तेहनदेसर में भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जायेगी।

ग्रामीणों को होना पड़ा मायूस
सार्वजनिक विश्रामालय के आगे लगे स्थाई अतिक्रमण के नहीं हटने से ग्रामीण मायूस हो गये। बीदासर तहसीलदार ने बताया कि इस अतिक्रमण पर न्यायालय का स्टे होने के कारण इसे हटाया नहीं जा सकता। अगर ग्रामीण स्टे तुड़वा दे तो यह अतिक्रमण हटाया जा सकता है।

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