
कस्बे के होली धोरा मौहल्ले से बरसाती एवं गंदे पानी की निकासी की मांग को मौहल्लेवासियों ने सम्भागीय आयुक्त के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लिखा है कि नगरपरिषद द्वारा तलाई के अन्दर हौद बनाकर रोजमर्रा के कार्य में व्यय होने वाले एवं बरसात के पानी को पम्प के द्वारा गौशाला के बीड़ में छोड़ा जाता है। पाईप के जाम होने के कारण नगरपरिषद द्वारा नई पाईप लाईन डाली जा रही थी, जिसे मेघवाल मौहल्ले की औरतों ने डालने नहीं दिया तथा पुलिस एवं नगरपरिषद प्रशासन के सामने पाईपों को तोड़-फोड़ दिया।
जिसके कारण बरसात का पानी मौहल्ले में इकट्ठा हो गया। जिससे मौहल्ले के 30-40 घरों का आवागमन बंद हो गया। दो स्कूलों, एक मदरसे एवं समाज कल्याण विभाग के छात्रावास के छात्रों के आवागमन का रास्ता भी बंद है। ज्ञापन में लिखा है कि गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं किये जाने से मौहल्लेवासियों का जीना दूभर हो रहा है। ज्ञापन में बताया गया है कि गंदे पानी के पम्प के द्वारा गौशाला के बीड़ में जाने से मेघवालों के मौहल्ले में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है तथा आस-पास किसी प्रकार की कोई आबादी भी नहीं है। जबकि पानी निकासी की यह व्यवस्था वर्षों से चली आ रही है, जिसका आज तक किसी ने विरोध नहीं किया।
ज्ञापन में होली धोरा मौहल्ले के पानी निकासी की व्यवस्था एवं नये पाईप डालने की कार्यवाही जल्द करवाने एवं राजकार्य में बाधा डालने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किये जाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधि मण्डल में मुराद खां, अरूण जाखड़, बबलू, अयूब खान, इमरान खान, जमाल खान, असलम खान, इकबाल खान, रफीक खान, मोहन खां, जावेद खान, शाहिद खां, नूर मोहम्मद कायमखानी सहित अनेक मौहल्लेवासी शामिल थे।