चूरू, सुजानगढ़, रतनगढ़, लाडनूं के दैनिक यात्रियों ने उत्तर पश्चिम रेलवे के डिविजनल रेलवे मैनेजर को पत्र प्रेषित कर जोधपुर-हिसार व हिसार-जोधपुर सवारी गाड़ी में डेमो कोच लगाने पर आपति जताई है। यात्रियों ने पत्र में लिखा है कि जोधपुर से हिसार की दूरी 500 किमी है व इतनी लम्बी दूरी की यात्रा बैठे-बैठे करने से वृद्ध व बीमार यात्रियों को भारी परेशानी होती है, क्योंकि उक्त डेमो कोच में सोने के लिए कोई स्थान व सीट नहीं है। पत्र में लिखा है कि जोधपुर-हिसार मार्ग पर सालासर धाम, मुकाम धाम, ताल छापर अभ्यारण्य सहित अनेक धार्मिक व पयर्टन स्थल होने से यात्रियों का आवागमन अधिक है।
पूर्व में साधारण कोच की गाड़ी में केवल 10 डिब्बे थे, जो बहुत कम थे। अब डेमो कोच लगाये जाने के कारण उक्त कोचों की संख्या भी सिमट कर 6-7 रह गई है। जो यात्रियों के अनुपात में कम है, जिसके कारण अधिकतर यात्रियों को खड़ा रहकर यात्रा करनी पड़ती है। पत्र में लिखा है कि जोधपुर -हिसार के इस लम्बे रूट पर एक मात्र यही सवारी गाड़ी है, जिसमें अधिक से अधिक यात्री यात्रा करते हैं। जिसके कारण गाड़ी में भारी भीड़ रहती है। पत्र में गाड़ी में 13-14 कोच लगाने तथा डेमो कोच को किसी कम दूरी वाले ट्रैक पर स्थानान्तरित करने की मांग की है। पत्र पर गोवन्द स्वामी, ललित शर्मा, शिवकुमार शर्मा, विनोद, मदनलाल, श्याम सैनी, राकेश, मुरलीधर शर्मा, मो. नसीब, मो. वसीम, सद्दाम खान, मनसुखसिंह सहित अनेक दैनिक यात्रियों के हस्ताक्षर हैं।