तेरापंथी सभा सुजानगढ़ के कार्यकारिणी सदस्य व कोषाध्यक्ष बाबूलाल फूलफगर ने जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा कोलकाता के समस्या समाधान प्रकोष्ठ के महामंत्री एवं संयोजक को पत्र प्रेषित कर चुनाव अधिकारी तेरापंथी सभा सुजानगढ़ के चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है।
फूलफगर ने पत्र में बताया है कि 8 जून 014 को चुनाव के बाबत हुई बैठक में पृथ्वीराज बाफना, बाबूलाल फूलफगर, राजेन्द्र गिडिय़ा, राकेश बाफना व पवन नाहटा ने फार्म भरे थे। जिनमें से राजेन्द्र गिडिय़ा ने अपना नामांकन वापस ले लिया तथा राकेश बाफना व पवन नाहटा का नामांकन गलत भरने के कारण रद्द करने का ऐलान चुनाव अधिकारी द्वारा किया गया। जिसके कुछ मिनट बाद राकेश बाफना व पवन नाहटा को बुलाकर भूल सुधार करवाकर उनका नामांकन वैद्य करार कर दिया गया। पत्र में लिखा है कि राकेश बाफना का सदस्यता शुल्क वर्ष 2012 से बकाया चल रहा था। लेकिन जिसके बारे में चुनाव अधिकारी तनसुखलाल बैद व हंसराज डागा को जानकारी देने का कोई असर नहीं हुआ।
जिस पर माहौल के गर्माने के बाद चुनाव अधिकारी ने बिना कोई टिप्पणी किये राजेन्द्र गिडिय़ा के नामाकंन को भी वैद्य करार दिया, जबकि गिडिय़ा द्वारा नामांकन वापस ले लिया गया था। माहौल गर्माने के बाद पृथ्वीराज बाफना ने अपना नामाकंन उठा लिया। पत्र में लिखा है कि जब चुनाव अधिकारी ने देखा कि दो सदस्यों ने फार्म उठा लिये हैं और दो सदस्यों के फार्म नियमानुसार खारिज होते हैं तो बाबूलाल फूलफगर निर्विरोध निवार्चित होते हैं। इस पर चुनाव अधिकारी ने चुनाव नहीं होने की घोषणा कर दी। पत्र में चुनाव की दुबारा तारीख तय करने की मांग की गई है।