हिसांग्रस्त इराक में यहां से मजदुरी करने गए सुजानगढ के दस बाहर श्रमिक के परिवार के लोगो में चिन्ता की लकिरे गहरा रही है क्योकि इराक में हो रही हिंसा से यहां गए मजदूरो के परिवार के लोगो को चिंता इस बात की उसके लाडला किस हाल में है । लेकिन परिवार के सदस्य अपने अपने लाडलो के सम्र्पक होने से वह एकदम सुरक्षित होने की सूचना है । सलीम ने बताया कि पिछले पांच छ: माह पहले मजूदरी करने गए गुरूवार को आरिफ चोहान ने दूरभाष पर बताया कि हम यहा डेढ श्रमिक काम करहे ओर एकदम सुरक्षित है इराक के बसरा के गांव रूमालिया में मेकानिक का कार्य कर रहे हमारे से 11 सो किलो मिटर दुर हिसां हो रही है ।
सुजानगढ शहर दो जने यहा पर है । आरिफ ने बताया कि हमारे यहां किसी प्रकार की हमारे को दिक्कत नही है । सलीम ने बताया कि शहर के लीलघाराना मस्जिद के पास ,डीम लाईट के पास ,रेलवे स्टेशन के पास मोहम्मद अयुब काजी ,रमजान ,मांहम्द कासम ,शेर मोहम्मद ,शेर मोहम्मद लीलधर ,मजिद अब्दुल जावेद मोहम्मद अकरम ,बनवारी लाल जाट प्रगति नगर रफीक खिलजी ,अनवर यह सभी आज पांच छ:माह रोजी रोटी कमाने इराक के नजफ गए थे ओर इन के परिवार के सदस्यो एक दो दिनो में टेलीफोन पर बात हो रही है इनके परिवार के सदस्य सन्तुष्ट है ।
अठारहा माह पहले गए प्लबर कार्य करने सुजानगढ के सुमेर लाटा ने फोन बताया कि इराक के नजफ गांव में जगंल में केम्प में (शिविर ) में सैकडो लोग एक साथ रहते है जिसमें करीबन डेढ सौ से अधिक भारतीय है जिसमें अधिकांश राजस्थानी है ओर हमारे से सात सो किलो मीटर दुर झगडा होरहा है ओर हम लोग एक दम सुरक्षित है स्थिति बिगडने कम्पनी हमे स्वदेश भेज सकती है ,सुजानगढ ओर उसके आस पास के गांव लोग भी हमारे पास वह पूर्णता: सुरक्षित है । लेकिन इराक में हिसां का ताडव की खबरे टीवी चेनलो पर दिखाये जाने वाले समाचारो से चिन्ता होना स्वाभिक है ।