गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति की स्थानीय शाखा की नया बास स्थित राम भवन में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर तिवाड़ी ने कहा कि अनचाहे गर्भ समापन की प्रदत छूट एवं दो सन्तानों के सरकारी कानून के कारण भ्रुण हत्याओं को बढ़ावा मिल रहा है और कन्याओं का अनुपात निरन्तर गिरता जा रहा है। तिवाड़ी ने बताया कि अहिंसा का पुजारी कहे जाने वाले देश में रोजाना 14 हजार गर्भस्थ शिशुओं की माता की कोख में ही हत्या कर दी जाती है।
उन्होने सामाजिक अराजकता व महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं को कन्या भ्रुण हत्या से उत्पन्न समस्या बताते हुए कहा कि इस बारे में शीघ्र ही एक प्रतिनिधि मण्डल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर कानून में संशोधन कर इसे और सख्त बनाने की मांग करेगा। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष करणीदान मंत्री ने बताया कि आगामी 6 जुलाई को उतरांचल के ऋषिकेश स्थित स्वर्गाश्रम के गीता भवन में जनजागरण रैली निकाली जायेगी। जिसमें 12 प्रान्तों के प्रतिनिधियों के पंहूचने की उम्मीद है। पूसाराम चन्देलिया, दाऊलाल त्रिवेदी, मदनलाल सोनी, यशोदा माटोलिया, चन्द्रप्रभा सोनी, नरेन्द्रसिंह भाटी ने भी अपने विचार व्यक्त किये।