
समर्थन मूल्य पर बेची गई मुगंफली के भुगतान को लेकर किसानों शुक्रवार को धरना प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर आ गए है। 9 मार्च को केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर विक्रय की गई मुंगफली के भुगतान को लेकर किसान पिछले दो माह से क्रय विक्रय सहकारी समिति के यहां चक्कर लगा रहे थे। शुक्रवार को किसानों का गुस्सा फुटा और समिति के सामने ने प्रर्दशन कर धरने पर बैठ गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार केन्द्र सरकार के राजफैड द्वारा स्थानीय क्रय विक्रय सहकारी समिति के माध्यम से समर्थन मूल्य पर मुंगफली की खरीद की गई थी जिसके भुगतान को लेकर किसान पिछले दिनों कृषि उपज मंडी मेंं सहकारी समिति के संयुक्त रजिस्टार एन. के. मौर्या, विधायक खेमाराम मेघवाल, पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा व किसानो के बीच वार्ता हुई थी।
जिसमें 5 जून को किसानो का बकाया भुगतान कर देने पर सहमति हुई थी। लेकिन भुगतान नहीं होने से किसान आका्रेशित होकर धरने पर बैठ गए। क्रय विक्रय सहकारी समिति के मुख्य व्यवस्थापक करणी सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार से बीस करोड़ 13 लाख का भुगतान आया हुआ है और किसानो को भुगतान कर रहे हैं। लेकिन मुंगफली की खरीद में हुई अनियमितता के कारण भुगतान में बाधा आ रही है। करणी सिंह ने बताया कि कुल 933 किसानों की विक्रय पर्ची जारी की गई है। पर्चियों के अनुसार 391955 बोरियो की विक्रय पर्ची जारी की हुई है। जिप सदस्य पुसाराम गोदारा ने बताया कि किसानों को विक्रय पर्ची व रजिस्टर में इन्द्राज है, उन किसानों को भुगतान करना चाहिए ।
गोदारा ने कहा कि मुगफली की बोरिया कम हुई तो विभागीय जांच कर सम्बन्धी के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए जो किसान मुगफली तुलाई करवा कर विक्रय पर्ची और टोकन ले रखे उनका किसानो का भुगतान रोकना न्यायसंगत नही है। करीबन साठ किसानों का भुगतान रोकने पर किसान शुक्रवार को आन्दोलन करने पर आमादा हो गए और सैकडो किसान क्रय विक्रय सहकारी समिति के सामने धरना देकर भुुगतान करवाने की मांग करने लगे। इस अवसर पर जेठाराम सारण, सोहनराम लोमरोड, सीजाराम सोमानी, पूर्व सरपंच भंवरनाथ, रामेश्वरलाल ढाका, भगवानाराम सींवर, भंवरलाल, हेमाराम जाखड, भंवरलाल ढाका, रामचंद गोदारा, सहित सैकडों किसान मोजूद थे ।