कस्बे के बाबू खां पुत्र अलादीन खां निवासी होली धोरा सुजानगढ़ ने नगरपरिषद के आयुक्त को पत्र लिखकर अवैद्य व्यवसायिक कॉम्पलैक्सों का निर्माण रूकवाने तथा इनके विक्रय पंजीयन पर रोक लगाने की मांग की है। पत्र में बाबू खां ने लिखा है कि कस्बे में निर्मित एवं निर्माणाधीन अवैद्य कॉम्पलैक्सों को लेकर विधायक खेमाराम मेघवाल द्वारा विधानसभा में प्रश्न उठाने के बाद न्यायालय में कुछ व्यवसायिक कॉम्पलैक्सों के खिलाफ परिवाद पेश किये गये। लेकिन उनका निर्माण कार्य आज भी जारी है।
जिससे नगरपरिषद को भारी राजस्व की हानि हो रही है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि नगरपरिषद द्वारा अवैद्य व्यवसायिक कॉम्पलैक्स निर्माताओं के खिलाफ निर्माण कर वसूली की कार्यवाही नहीं की जा रही है, ना ही निर्माण कार्य बंद करवाये जा रहे हैं, केवल नोटिस देकर खानापूर्ति की जा रही है, जिससे मिलीभगत साफ जाहिर हो रही है। पत्र में लिखा है कि इस धन्धे में रसूखदार लोग लगे होने के कारण आपके कर्मचारियों द्वारा जेब गर्म करने के अलावा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, जो पद के दुरूपयोग के साथ ही सीधा भ्रष्टाचार है। पत्र में आयुक्त पर कोई कठोर कार्यवाही नहीं कर खानापूर्ति करने तथा नगरपरिषद की अनापति के बिना व्यवसायिक कॉम्पलैक्सों के विक्रय पंजीयन पर रोक लगाने के लिए उपपंजीयक को पत्र नहीं लिखा गया है।
पत्र में लिखा है कि विक्रय पंजीयन पर रोक लगने से अवैद्य व्यवसायिक कॉम्पलैक्स के निर्माता बकाया कर चुकाने के लिए मजबूर होंगे और परिषद के पास विकास कार्योँ के लिए धन की उपलब्धता होगी। पत्र में नगर परिषद की सीमा में हो रहे अवैद्य व्यवसायिक कॉम्पलैक्सों के निर्माण पर रोक लगाने तथा उप पंजीयक सुजानगढ़ को पत्र लिखकर बिना नगरपरिषद के अनापति प्रमाण पत्र के विक्रय पंजीबद्ध नहीं करने की मांग की गई है।