उपखण्ड पर स्थित विभागों की मनमानी से आम जन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कभी जलदाय विभाग तो कभी बिजली विभाग द्वारा बिना अनुमति के सड़कें तोडऩे से पैदल व वाहन चालकों को परेशान होना पड़ता है। कस्बे के ह्रदय स्थल गांधी चौक से बैंक ऑफ बड़ौदा तक की सड़क को बिजली विभाग द्वारा बिना पूर्व अनुमति के तोड़कर 11 हजार की लाईन की भूमिगत केबल बिछाई गईहै। विभाग के अधिकारियों ने गुरूवार को मतदान के सम्पन्न होते ही जेसीबी मशीन से गांधी चौक से बैंक ऑफ बड़ौदा के आगे तक सड़क को बुरी तरह से तोड़ कर छोड़ दिया। जिसके कारण से बच्चे और बुर्जग ही युवा भी दिन भर गिरने -पडऩे से बचते रहे।
बिजली विभाग द्वारा मतदान के तुरन्त बाद आनन-फानन में जेसीबी से सड़क तोड़े जाने से जलदाय विभाग की पानी की पाईप लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे आथुणा बाजार पानी से सराबोर हो गया। तोड़ी गई सड़क पर पानी भरन से राहगीरों व वाहन चालकों को सम्भल कर चलना पड़ा। फिर भी कईं लोग व महिलायें तथा बच्चे तोड़ी गई सड़क के पत्थरों एवं गड्ढ़ों में गिर कर चोटिल होते रहे। सड़क को तोडऩे के बाद विभाग ने उसे सही तरीके से गडढ़ों को वापस भरना भी मुनासिब नहीं समझा। करीब ढ़ाई सौ मीटर तक तोड़ी गई सड़क में कहीं दो तो कहीं तीन फीट तक खोदा गया है। नगर परिषद के जेईएन हंसराज ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा सड़क तोडऩे की अनुमति नहीं ली गई है। सोमवार को बिजली विभाग को इस सम्बन्ध में नोटिस भेजा जायेगा। हंसराज ने बताया कि गुरूवार को उनकी काला बाल मन्दिर स्कूल में ईवीएम मशीन जमा करने में ड्यूटी लगी हुई थी। जलदाय विभाग के जेईएन नरेश कुमार ने बताया कि विभाग की पाईप लाईन तोडऩे पर बिजली विभाग को सोमवार को नोटिस दिया जायेगा।
बिजली विभाग के एएईन मनीराम ने बताया कि ट्रांसफार्मर लगाने, वॉल्टेज सही करने व बिजली चोरी रोकने के लिए हमें किसी पूछना तो नहीं पड़ेगा। फाल्ट निकालने के लिए नगरपालिका की अनुमति की जरूरत नहीं है। मनीराम ने कहा कि ये मेरा निजी काम नहीं है सरकारी काम है। दो करोड़ के कार्य स्वीकृत हुए हैं। काम नगरपालिका ईओ नहीं करता है। सनद रहे कि इससे पूर्व करीब बीस-पच्चीस दिन पहले जलदाय विभाग ने भी महाराज ठिकाने से नाहटा रोड़ को 300 मीटर तक तोड़ दिया था तथा कुछ महीनों पहले भी जलदाय विभाग ने नरपत लोढ़ा के घर से पूर्व पालिका अध्यक्ष रूपचन्द नाहटा तक सड़क को भी बिना अनुमति के तोड़ा था।