सरकारी अस्पताल व चिकित्सक के आवास पर तोड़-फोड़ प्रकरण में पीडित परिवार को पुलिस द्वारा नाजायज परेशान करने को लेकर सोमवार को उपखण्ड कार्यालय के बाहर सैकडों महिला एवं पुरूष धरने पर बैठे। मुख्यमंत्री के नाम दिये गये ज्ञापन में बताया गया है कि गत सात अप्रेल को मुकेश मुन्दडा के निमार्णाधीन मकान की कुई धंसने से घायल हुए मंजुर अली का बार-बार निवेदन करने के बाद भी डॉ दिलीप सोनी ने ईलाज नहीं किया तथा अपने आवास पर मरीजों को देखते रहे।
घायलों के परिजनों व जनसाधारणकी बात का ध्यान नही दिया और इलाज में देरी करने के कारण घायल मंजुर अली की मृत्यु हो गई। ज्ञापन में मृतक मंजुर अली व घायल अनवर का इलाज नही करने का आरोप लगाते हुए विभागीय कार्यवाही करने की मांग की है। ज्ञापन में पुलिस पर निर्दोष व्यक्तियों को झुठे मुकदमें में फंसा कर गिरफ्तार करने पर आमादा होने और पीडि़त परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया गया है। सोमवार को जुल्फीकार के नेतृत्व में मोहम्मद अली, अनवर अली, सलमा, रमजान अली, फारूक, समीम सहित अनेक महिला पुरूष धरने पर बैठे थे।