जिला कलेक्टर हनुमान सहाय मीना ने उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनसमस्याओं एवं शिकायतों का निस्तारण जल्द से जल्द करें। जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से पेयजल सप्लाई सुचारू करने तथा दूरस्थ एवं अंतिम क्षोर पर बसे लोगों तक पानी पंहूचाने को कहा। जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से मोटरों को 72 के स्थान पर 24 घंटे ठीक करवाने तथा पेयजल सप्लाई 72 घंटे से पहले करने के निर्देश दिये। बैठक में उपस्थित जलदाय विभाग के एएईएन रामेश्वरलाल एवं जेईएन गंगाराम मौर्य ने टैँकर सप्लाई के लिए प्रस्तावित 23 गांवों में से 6 गांवों में सप्लाई शुरू कर दी है तथा शेष गांवों में शीघ्र ही शुरू कर दी जायेगी और सूचना मिलने पर अन्य गांवों में भी टैंकरों से सप्लाई की जायेगी।
जिला कलेक्टर के कहने पर आपणी योजना के एक्सईएन को बुलाने के लिए अधिकारियों ने बार-बार फोन लगाया। लेकिन उनका फोन नो रिप्लाई आ रहा था। बाद में हैड क्वार्टर फोन करने पर आपणी योजना के एईएन बैठक में आये और उन्होने आपणी योजना का काम 24 अक्टूबर की समय सीमा से पहले पूरा करने का विश्वास जताया। जिला कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को फर्जी कनेक्शन काटने एवं मोटर लगाकर पानी खींचने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने तथा जिनके कनेक्शन हैं, लेकिन टोंटी नहीं लगी हुई है, उनके टोंटी लगवाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कस्बे की सभी बस्तियों में टैंकरों द्वारा पेयजल सप्लाई सुनिश्चित करने एवं टैंकरों पर निगरानी रखने के भी निर्देश दिये। जिला कलेक्टर ने ब्लॉक सीएमएचओ डा. महेश वर्मा एवं पीएमओ डा. सीआर सेठिया को सार्वजनिक स्थानों पर ओआरएस घोल रखने एवं उसके बारे में आम जन को जानकारी देने के निर्देश दिये। पीएमओ ने चिकित्सालय सम्बन्धी जानकारी देते हुए कलेक्टर को बताया कि अस्पताल में आर्थोपेडिक्स के नहीं होने कारण विकलांगों के प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं।
इस पर जिला कलेक्टर ने कहा कि जिला मुख्यालय से बुलाकर आर्थोपेडिक्स का कैम्प लगवायें। मीना ने बीसीएमओ को फूड इंस्पेक्टर के साथ मिलकर ज्यूस की के सैम्पल लेने के निर्देश दिये। कलेक्टर के पूछने पर बीसीएमओ ने 400 में से मात्र तीन सौ दवाईयों की उपलब्धता होने की जानकारी देते हुए बताया कि जिला मुख्यालय से दवाईयां कम आ रही है। जिस पर जिला कलेक्टर ने बीसीएमओ से कहा कि दवाईयों की कम सप्लाई एवं उपलब्धता के बारे में पहले क्यों नहीं बताते। जिलाधीश ने नगरपरिषद के आयुक्त से शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने एवं नाथो तालाब की समूचित सफाई करने को कहा। नगरपरिषद के आयुक्त ए.के. गुप्ता ने जलदाय व बिजली विभाग द्वारा बिना अनुमति के सड़क तोडऩे के मामले को कलेक्टर के समक्ष रखते हुए कि सड़क ये लोग तोड़ते हैं और जनाक्रोश हमें झेलना पड़ता है। जिस पर जिलाधीश ने दोनो विभागों के अधिकारियों को पूर्वानुमति लेने एवं नगरपरिषद को एस्टीमेट राशि जमा कराने के निर्देश दिये।
उन्होने दोनो विभागों के उपस्थित अधिकारियों से कहा कि बिना अनुमति सड़क तोडऩे पर नगरपरिषद विभाग के खिलाफ मुकदमा करवाती है तो दोनो ओर से सरकार का लडऩा अच्छा रहेगा क्या? जिला कलेक्टर ने क्रय विक्रय सहकारी समिति के व्यवस्थापक राजेश खीचड़ से चने की खरीद के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि इस बार पिछली बार की तरह घपला तो नहीं करोगे? कलेक्टर ने तहसीलदार से मुखातिब होते हुए कहा कि खीचड़ के खिलाफ जांच चल रही है, मैं इसे सस्पेंड कर दूंगा। कलेक्टर ने तहसीलदार को विभागों के बारे में जानकारी नहीं होने पर कहा कि आप तहसीलदार हो जानकारी लेने की जिम्मेदारी है।
कलेक्टर ने कहा कि सरकार अरबन डवलपमेन्ट पर ध्यान दे रही है। जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से आम रास्ते के अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये। पॉलीथीन थैलियों के अभियान के बारे में जिला कलेक्टर ने कहा कि आगामी कुछ दिनों में व्यापारमण्डलों एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की जायेगी। उसके बाद भी अगर कोई पॉलीथीन की थैलियां बेचता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जायेगा तथा किसी की भी सिफारिश नहीं मानी जायेगी। बैठक में तहसीलदार टी.सी. बंसल, अति. पुलिस अधीक्षक महेन्द्र हिंगोनिया, कृषि मण्डी सचिव सुरेन्द्र कुमार बांगड़वा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।