गत तीन माह से राशन सामग्री नही मिलने से परेशान वार्डवासियों ने उपखण्ड अधिकारी के नाम एक ज्ञापन देकर फर्जी शिकायत को निरस्त कर डीलर को बहाल करने की मांग की है । सैकडों महिलाओं एवं पुरूषों ने नायाब तहसीलदार को ज्ञापन देकर बताया कि कुछ लोगों के फर्जी हस्ताक्षर कर झुठी शिकायत करने के कारण होली के पावन पर्व पर गरीब परिवारों को सरकार द्वारा मिलने वाली रसद सामग्री से वंचित होना पड़ रहा है। सैकडों नागरिकों ने आपबीती बताते हुए ज्ञापन में लिखा है कि वार्ड नं 30 में स्थित उचित मूल्य की दुकान प्रभाती देवी के नाम है, जिसके विरूद्ध फर्जी, मनगंढत एवं निजी स्वार्थपूर्ति के लिए की गई शिकायत के कारण तीन महीने से रसद सामग्री नही मिलने से वार्डवासी परेशान है।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि शिकायत में चार व्यक्तियों ने शपथ पत्र देकर प्रशासन को बताया कि शिकायत में फर्जी हस्ताक्षर है। मोहल्लेवासियो ने बताया कि जिस डीलर की शिकायत की गई है उससे पुरा वार्ड पूर्णतया: सन्तुष्ट है और उपभोक्ताओं को सरकार द्वारा मिलने वाली रसद सामग्री का बराबर वितरण करता आ रहा है। इस मौके पर तहसीलदार के कार्यालय के समक्ष नारे बाजी कर विरोध प्रकट करते हुए लोगों ने वार्ड नं 30 की डीलर प्रभाती देवी को बहाल कर रसद सामग्री का शीघ्र वितरण करवाया जाकर गरीब परिवारों को राहत पहूचाये जाने की गुहार की है। ज्ञापन में सुरेन्द्र भार्गव ,भंवरलाल सुंगत, बंटी लाखन, श्रवण कुमार, प्रहलादराय, छीतरमल, राजेश बशी, लालचंद, ओंकारमल, रामनिवास, छगनलाल, श्रवण पारीक, गोपाल फलवाडिय़ा, राजकुमार पारीक, महेन्द्र नाई, जगदीश रैगर, शिवशंकर रैगर, मंजू पारीक, फूलचन्द रैगर सहित अनेक लोगो के हस्ताक्षर है।
इस सम्बन्ध में नायब तहसीलदार ने बताया कि उनके पास इस प्रकार की कोई शिकायत नही है। उपखण्ड अधिकारी के पास जांच होगी, वह जांच कर रहे है। आज जो प्रदर्शन हुआ है, उनको इससे अवगत करवाया जाएगा। वही दुसरी ओर भाजपा के देहात मण्डल अध्यक्ष गणपतराम डोकिवाल, नगर मण्डल अध्यक्ष जंवरीमल बागडी, संजय आर्य, राजेन्द्र कुमार गिडिया, हरिप्रसाद शर्मा ने वार्ड नं 25 व 30 के राशन डीलरों की निजी स्वार्थो के कारणों की गई शिकायत के बारे में प्रशासन को तुरन्त सम्बन्धित विभाग को सत्य से अवगत करवाया जाकर अतिशीघ्र शिकायतों को निरस्त करवाने की कार्यवाही कर राशन डीलरों को बहाल करवायें ताकि वार्ड वासियों को समय पर रसद सामग्री उपलब्ध हो सके ।